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अलवर में जन्मी 2 सिर वाली 5 किलो वजनी बच्ची, डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर निकाली 2 किलो की गठान

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जयपुर/ अलवर.

जयपुर के एसएमएस अस्पताल के डॉक्टरों के पास एक अजीब केस आया। अलवर निवासी एक परिवार 5 महीने की दूधमुहीं बच्ची को लेकर आए। मासूम बच्ची के परिजन बोले कि इसके दो सिर हैं। डॉक्टरों ने बच्ची को देखा तो उसके सिर के हिस्से से एक और बड़ा सिर जैसा जुड़ा हुआ था। हालांकि आंखें दो ही थी। नाक और मुंह भी एक ही था लेकिन सिर के पीछे के हिस्से से एक और उतना ही बड़ा हिस्सा जुड़ा हुआ था। मासूम बच्ची को देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए।

डॉक्टरों ने बच्ची की तमाम मेडिकल जांचें की। रिपोर्ट आई तो पता चला कि बच्ची के सिर के पीछे वाले हिस्से में सिर जितना बड़ा जो हिस्सा जुड़ा है। दरअसल वह एक गांठ है। डॉक्टरों के लिए हैरान करने वाली बात यह थी कि उस गांठ वाले हिस्से में भी सिर के हिस्सा का ब्रेन जुड़ा हुआ था। यानी ब्रेन का कुछ हिस्सा उस गांठ में मौजूद था। सीनियर प्रोफेसर डॉ. संजीव चौपड़ा और उनकी टीम ने पूरे केस की स्टडी की और ऑपरेशन करने के फैसला लिया। डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन का फैसला तो लिया लेकिन उनके लिए भी यह काम काफी कठिन था। सिर के पीछे वाले हिस्से में सिर जितनी बड़ी गांठ को हटाना भी था। साथ ही उस गांठ में मौजूद ब्रेन के हिस्से को सुरक्षित बचाना। डॉ. संजीव चौपड़ा, डॉ. विनोद शर्मा, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. बीएल बैरवा, डॉ. शोभा पुरोहित और डॉ. मीनू शर्मा की टीम ने ऑपरेशन शुरू किया। चार घंटे तक चला ऑपरेशन सफल रहा। डॉक्टरों की टीम ने ब्रेन के हिस्से को बचाते हुए सिर जितनी बड़ी गांठ को सफलतापूर्वक निकाल लिया।
 

5 किलो की मासूम, 2 किलो की गांठ
डॉक्टरों ने बताया कि मासूम बच्ची की उम्र करीब 5 महीने की है। अस्पताल पहुंचने के दौरान उसका वजन करीब साढे 5 किलो था और सिर के पीछे वाले हिस्से से जुड़ी सिर जितनी बड़ी गांठ का 2 किलो था। यानी मासूम के कुल वजन का 45 फीसदी वजन उस गांठ का था। परिजनों ने बताया कि गांठ की वजह से बच्ची सिर के बल सो नहीं पाती थी। उसे हिलने डुलने में भी काफी परेशानी होती थी। शरीर का हिस्सा पूरी तरह से मुवमेंट भी नहीं कर पा रहा था।
 

ऑपरेशन के बाद तैयार है मासूम
डॉ. संजीव चौपड़ा ने बताया कि 5 जनवरी को परिजन मासूम बच्ची को लेकर एसएमएस अस्पताल पहुंचे थे। तमाम जाचें करके तीन दिन तक मासूम को ऑब्जर्वेशन में रखा। 9 जनवरी को सुबह 10 बजे ऑपरेशन शुरू किया जो कि दोपहर 2 बजे तक चला। गांठ को सफलतापूर्वक निकाल लिया गया। अब बच्ची दूध पीने लगी है। सिर के सहारे सो भी रही है और शरीर के अन्य अंगों में मुवमेंट भी हो रहा है। ऑपरेशन के बाद बच्ची को दो दिन तक एनआईसीयू में रखा गया। बाद में उसे छुट्टी दे दी गई है।