नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या से छह नई वंदे भारत ट्रेनों की सौगात दी है। इसमें से एक ट्रेन दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल और अयोध्या जंक्शन के बीच चलने वाली है। इस ट्रेन की शुरुआत चार जनवरी से हो जाएगी और यह वाया लखनऊ होते हुए जाएगी। यानी कि यूपी की राजधानी लखनऊ के यात्रियों को भी दिल्ली जाने के लिए सुविधा हो जाएगी। अब तक लगभग सभी राज्यों को उनकी वंदे भारत मिल चुकी हैं। अब नए शहरों से ट्रेनों को जोड़ा जा रहा है। जल्द ही वाराणसी से एक और जगह के लिए वंदे भारत चलने वाली है। यह शहर रांची होगा। दरअसल, झारखंड के रांची और वाराणसी के बीच यह वंदे भारत अगले महीने के आखिरी तक चल सकती है।
रिपोर्ट के अनुसार, अभी झारखंड के रांची से हावड़ा और पटना के लिए वंदे भारत ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। अब आने वाले दिनों में रांची से तीसरी वंदे भारत ट्रेन शुरू हो सकती है। जनवरी के आखिरी हफ्ते में रांची से वाराणसी के बीच यह ट्रेन शुरू की जाएगी। पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से इस वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इस ट्रेन के रूट की बात करें तो यह बोकारो, हजारीबाग, कोडरमा होते हुए चलेगी। इससे पहले वाराणसी से नई दिल्ली के बीच भी दूसरी वंदे भारत ट्रेन को हाल ही में लॉन्च किया गया था।
वंदे भारत ट्रेन मेड इन इंडिया सेमी हाई स्पीड ट्रेन है। इस ट्रेन की शुरुआत सबसे पहले साल 2019 में तब हुई थी, जब इसे नई दिल्ली से वाराणसी के बीच शुरू किया गया था। बाकी ट्रेनों की तुलना में इस ट्रेन की गति काफी ज्यादा है, जिससे यात्री कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंच जाते हैं। इसके अलावा, इसमें कम रुपये में ही यात्रियों को हवाई जहाज जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं। साल 2047 तक केंद्र सरकार ने देशभर में 4500 वंदे भारत ट्रेनों को चलाने का लक्ष्य रखा है। बीते दिनों केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसकी जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि साल 2047 तक 4500 वंदे भारत ट्रेनों को चलाने का टारगेट है। वहीं, 2026-27 तक भारत के पास अपनी पहली बुलेट ट्रेन भी होगी।