भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव द्वारा हाल ही में पुलिस मुख्यालय में बैठक के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को रात्रि भ्रमण हेतु निर्देशित किया गया था। इन्हीं निर्देशों के अनुपालन में बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात डीजीपी से लेकर एसपी तक के समस्त पुलिस अधिकारियों ने संपूर्ण मध्य प्रदेश के थानों का एक साथ औचक निरीक्षण किया। इस दौरान बीती रात पूरे प्रदेश में आईजी से लेकर एसपी तक के समस्त पुलिस अधिकारियों ने अपने कार्यक्षेत्र के सवा सौ से अधिक थानों का औचक निरीक्षण किया। डीजीपी रात एक बजे औबेदुल्लागंज, ढाई बजे बिलखिरिया और प्रात: चार बजे टीटी नगर थाने के औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे। टीटी नगर थाने में डीजीपी श्री सुधीर कुमार सक्सेना ने भोपाल पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों की बैठक भी ली।
प्रदेश में शांति एवं कानून व्यवस्था को सुदृढ़ रखने के दिए निर्देश
डीजीपी श्री सुधीर सक्सेना ने बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात औबेदुल्लागंज, बिलखिरिया और भोपाल के टीटी नगर थाने का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने थाना परिसर का गहनता से अवलोकन कर बड़ी संख्या में खड़े वाहनों को देखकर विधिसम्मत निराकरण के आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने थानों में लॉकअप, महिला सुरक्षा डेस्क तथा सीसीटीएनएस कार्य का निरीक्षण किया और मालखाने में अनावश्यक रूप से पड़े सामान के निराकरण के लिए आवश्यक निर्देश दिए। डीजीपी ने वारंट रजिस्टर का अवलोकन कर समन तथा वारंटों की तामीली की समीक्षा की एवं तामीली में सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने औबेदुल्लागंज और बिलखिरिया थाने के विभिन्न ग्रामों की विलेज क्राइम नोटबुक का अवलोकन किया तथा ग्रामीण अंचलों की आपराधिक स्थिति की जानकारी प्राप्त की और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए।
डीजीपी ने स्वयं कम्प्यूटर का संचालन कर आईसीजेएस की समीक्षा की
डीजीपी ने रात एक बजे औबेदुल्लागंज थाने का निरीक्षण किया। उन्होंने औबेदुल्लागंज थाने में समन वारंट की तामीली की समीक्षा की और वारंट रजिस्टर के उचित संधारण के निर्देश दिए। इस संबंध में थाने की कार्यप्रणाली पर अप्रसन्नता व्यक्त की। यहां डीजीपी श्री सक्सेना ने स्वयं कम्प्यूटर का संचालन कर आईसीजेएस की समीक्षा की। यहां उन्होंने मालखाने का भी अवलोकन किया। उन्होंने थानों की केस डायरी की समीक्षा की एवं एसडीओपी द्वारा विवेचना किए जा रहे प्रकरणों की समीक्षा कर सुधार के निर्देश दिए।
अपराधों के निराकरण के लिए नवीन तकनीकों का प्रयोग करने पर दिया जोर
बिलखिरिया में जब्त वाहनों के निपटान के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने थाना भवन के जीर्णोद्धार कार्य की प्रशंसा की। सीसीटीएनएस पर किए जा रहे कार्यों की समीक्षा कर उन्होंने अपराधों के निराकरण के लिए नवीन तकनीकों का अधिक से अधिक प्रयोग करने पर जोर दिया। उन्होंने सीसीटीवी सर्विलांस कैमरों के परिचालन तथा पेंडिंग अपराधों की भी समीक्षा की। डीजीपी ने बिलखिरिया थाना क्षेत्र में बीट प्रणाली की समीक्षा की तथा पूर्व में पुलिस मुख्यालय द्वारा आरक्षक एवं प्रधान आरक्षक को बीट प्रभारी बनाने के निर्देशों की तामीली की जानकारी प्राप्त की एवं बीट सिस्टम को और मजबूत बनाने के निर्देश दिए.
सुबह चार बजे भोपाल पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों की ली बैठक
डीजीपी श्री सक्सेना प्रात: चार बजे भोपाल के टीटी नगर थाने के औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे। इस दौरान डीजीपी श्री सक्सेना ने भोपाल पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों की बैठक ली और कानून-व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने पुलिस की बल की कमी की समीक्षा की और उपलब्ध बल के प्रभावी उपयोग के संबंध में निर्देश दिए। हाल ही में मुख्यमंत्री जी द्वारा प्रमाेशन के संबंध में दिए गए निर्देशों के पालन के लिए डीजीपी ने पुलिस कमिश्नर, अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर, डिप्टी पुलिस कमिश्नर से कहा कि शीघ्र प्रमोशन संबंधी कार्यवाही की जाए ताकि इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर/कर्मचारियों की पूर्ति हो सके। इस दौरान कमिश्नरेट के सहायक पुलिस आयुक्तों की कार्यप्रणाली की समीक्षा की।
डीजीपी के निर्देश पर वरिष्ठ अधिकारियों ने भी किया निरीक्षण
डीजीपी श्री सुधीर कुमार सक्सेना द्वारा प्रदेश के सभी आईजी/डीआईजी/एसपी एवं भोपाल तथा इंदौर के पुलिस आयुक्त/उपायुक्त को रात को भी अपने-अपने क्षेत्र के थानों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए, जिसमें आईजी/डीआईजी को उनके मुख्यालय के बाहर के जिलों के थानों तथा एसपी को जिला मुख्यालय के बाहर के थानों के निरीक्षण के लिए निर्देशित किया गया। निरीक्षण के दौरान अपराधों की समीक्षा, थानों का रिकॉर्ड का संधारण तथा समन वारंट तामीली की समीक्षा की गई। निर्देशों के पालन में बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात प्रदेश के सभी जिलों में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने सवा सौ से अधिक थानों का औचक निरीक्षण किया तथा निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों में तत्काल सुधार के निर्देश दिए।