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सचिन पायलट बने पार्टी महासचिव: …’माफ करो, भूल जाओ, आगे बढ़ो’ के कारण गांधी परिवार का है भरोसा

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जयपुर.

राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट पर गांधी परिवार पर भरोसा बरकरार है। सचिन पायलट को पार्टी महासचिव और छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाने से साफ है कि सचिन पायलट पार्टी के लिए काफी अहमियत रखते है। पायलट सभी 12 महासचिवों में सबसे युवा है। सकारात्मक सोच रखते हैं। बता दें कांग्रेस के उदयपुर चिंतन शिविर में युवाओं को ज्यादा भागीदारी देने की मांग उठी थी। माना जा रहा है कि युवाओं में सकारात्मक संदेश देने के लिए सचिन पायलट को पार्टी महासचिव बनाया गया है।

सचिन पायलट कह चुके हैं कि वह पार्टी के खिलाफ नहीं है। जो कुछ भी है। कांग्रेस की वजह से है। सचिन पायलट छत्तीसगढ़ में एक बार कांग्रेस को सत्ता में ला सकते हैं। बता दें राजस्थान में सियासी खींचतान के बीच राहुल गांधी सचिन पायलट की धैर्य की तारीफ कर चुके है। इससे साफ है कि सचिन पायलट को लेकर गांधी परिवार में कोई मतभेद नहीं है। प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की बदौलत ही सचिन पायलट को कांग्रेस में अहम पद मिले है। सचिन पायलट ने पीएम मोदी के चुनाव के दौरान हर भाषण का  मजबूती के साथ जवाब दिया है। सचिन पायलट ने साफ कहा कि पीएम मोदी को उनकी चिंता नहीं करनी चाहिए। कांग्रेस पार्टी ने बहुत कुछ दिया है। कांग्रेस पार्टी हमारी चिंता करती है। पीएम मोदी परेशान न हो। बता दें पीएम मोदी ने चुनावी भाषण में गांधी परिवार पर राजेश पायलट की अनदेखी का आरोप लगाया था।

पायलट बोले -जो बीत गया वो अतीत
सचिन पायलट कहते रहे है कि जो बीत गया वो अतीत है। समय आगे बढ़ने का है। सचिन पायलट अक्सर इंटरव्यू में कहते रहे हैं कि 'कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी की सलाह के अनुसार वे 'माफ करो, भूल जाओ, आगे बढ़ो' के मंत्र के साथ वह राजस्थान में काम कर रहे हैं।  क्योंकि अतीत में हुई चीजों के बारे में सोचते रहना उचित नहीं है। सचिन पायलट ने पूरे प्रदेश में कांग्रेस के लिए प्रचार किया। पायलट के प्रभाव वाले जिलों में कांग्रेस को सफलता भी मिली है। हालांकि, कई जगह पर सत्ता विरोधी लहर की वजह से उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं आए। लेकिन इस बार कांग्रेस का वोट बढ़ा है। ऐसे में सियासी जानकारों का कहना है कि सचिन पायलट ने मतभेद भुलाकर पार्टी के लिए काम किया। इसका फायदा लोकसभा चुनाव में पार्टी को मिल सकता है।