अयोध्या
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उनके बयान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने पलटवार किया और कहा कि उनके सनातन विरोधी बयानों से न तो हिंदू धर्म कमजोर होगा और न ही भव्य राम मंदिर का निर्माण रुकेगा। केशव प्रसाद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जाको प्रभु दारुण दुख दीना, ताकी मति पहले हर लीना।
उन्होंने कहा कि लगता है कि उनकी बुद्घि का हरण कर लिया गया है। उनको ये समझ में नहीं आ रहा है क्या बोलना चाहिए क्या नहीं। ऐसे बयान देकर कोई सनातन को न कमजोर कर सकता है और न ही मिटा सकता है। न हिंदुत्व को कमजोर कर सकता है और न ही मिटा सकता है और न ही भव्य राम मंदिर के निर्माण को रोक सकता है।
अयोध्या पहुंचे उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 22 जनवरी को भगवान रामलला का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव मेरे जैसे कार्यकर्ता, राम भक्त व कारसेवक के लिए गर्व की बात है। हम लोग अपने जीवनकाल में भगवान रामलला का भव्य मंदिर बनते हुए देख रहे हैं। 22 जनवरी को भगवान रामलला 500 साल बाद अपने जन्म स्थान पर विराजमान होंगे।
गौरतलब हो कि समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर हिंदू धर्म को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा कि हिंदू धर्म एक धोखा है। "वेसै भी 1995 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं है। यह जीवन जीने की एक शैली है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी दो बार कह चुके हैं कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की एक कला है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा है कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं है। जब ये लोग ऐसे बयान देते हैं तो भावनाएं आहत नहीं होतीं, लेकिन अगर यही बात स्वामी प्रसाद मौर्य कहते हैं तो पूरे देश में भूचाल मच जाता है।"
ऐसा पहली बार नहीं है जब स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस तरह का बयान दिया हो। इससे पहले भी वह हिंदू धर्म पर विवादित बयान दे चुके हैं। मां लक्ष्मी और रामचरितमानस पर दिए गए बयान को लेकर भी चर्चा में आए थे।