पटना
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि उनको बिहार का मुख्यमंत्री बनाने में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का बड़ा योगदान था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती समारोह में भाग लेने के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि अटल जी की सरकार में हम तीन-तीन विभागों के मंत्री थे। वे मुझे बहुत मानते थे। उन्होंने कहा कि मुझे बिहार का मुख्यमंत्री बनाने में अटल जी का बहुत बड़ा योगदान है। उनके प्रति मेरा आदर का भाव हमेशा से रहा है और हम जब तक हैं, वो जीवनभर रहेगा। जब तक अटल जी प्रधानमंत्री थे, तो किसी भी धर्म के मानने वालों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होती थी। अटल बिहारी वाजपेयी की आइडियोलॉजी से संबंधित प्रश्न का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग जो भी अपनी बात रखते थे, वे उसको स्वीकार करते थे। उनके समय में बहुत काम हुआ। हर क्षेत्र में उन्होंने मदद किया, हमने काम भी किया है।
नीतीश ने इंडिया गठबंधन से किसी भी तरह की नाराजगी से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी पद की इच्छा नहीं, सबकुछ जल्दी हो यही चाहता हूं। इंडिया गठबंधन से नाराजगी के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमको कुछ नहीं चाहिए तो नाराज होने की बात ही कहां बनती है। हम कहीं नाराज नहीं हैं, जो कुछ भी कहा जा रहा है, वह गलत बात है। उन्होंने आगे कहा कि सीट बंटवारा भी समय पर हो जाएगा। मैंने तो सिर्फ यह कहा कि राज्यों में जल्दी से सीट का बंटवारा कर लीजिए, सबकुछ जल्दी-जल्दी तय कर लीजिए। भाजपा नेता सुशील मोदी के जदयू में फूट और अध्यक्ष ललन सिंह के हटाए जाने वाले बयान पर पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि कौन क्या बोलते हैं, हम ध्यान नहीं देने जा रहे हैं। आजकल कुछ लोग जो मन में आता है, वह बोलते रहता है, जिससे उसको उसका लाभ मिले। लेकिन, इससे किसी को कोई लाभ नहीं मिलने वाला है।
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में कोई इधर-उधर नहीं है। हमारी पार्टी में सब एकजुट है, कहीं कोई दिक्कत नहीं है। मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से आगे कहा कि बिहार में देखिए कितना काम हो रहा है। 10 लाख लोगों को नौकरी देने की बात कही गई थी, आधे के नजदीक हमलोग पहुंच गए हैं।