भोपाल
उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण मध्यप्रदेश में ठिठुरन है। गुरुवार को सुबह कड़ाके की ठंड रही। लगातार दूसरी रात प्रदेश में सबसे ठंडा ग्वालियर रहा। यहां न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री दर्ज हुआ। पचमढ़ी में यह 7.6 डिग्री रहा। नौगांव (छतरपुर) में 7, राजगढ़ में 7.2, दतिया में 7.3 न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड हुआ है।
मध्यप्रदेश में ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। उत्तर से आ रही ठंडी हवाओ के चलते 22 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेंटीग्रेट से नीचे आ गया है। दिन में ठंडी हवाओं ने लोगो को खासा परेशान किया। लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लेते नजर आए। ग्वालियर में सबसे कम न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री सेंटीग्रेट दर्ज किया गया है। जबकि मलाजखंड में दिन का अधिकतम तापमान 21 डिग्री पर पहुंच गया। प्रदेश में यहां दिन सबसे ठंडा रहा। राजधानी भोपाल में भी न्यूनतम तापमान सामान्य से लुढ़कर 8.8 डिग्री पर आ गया।
इन शहरों में 10 के नीचे पारा
धार और खंडवा में तीव्र शीतल दिन रहा। खरगोन मलाजखंड सिवनी दतिया में शीतल दिन रहा। सिवनी में शीत लहर का प्रभाव रहा। बैतूल, भोपाल, दतिया, धार, गुना, खंडवा, खरगोन, पचमढ़ी, रायसेन, राजगढ़, छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, नौगांव, रीवा, सागर, सतना, सिवनी, सीधी, उमरिया और मलाजखंड में भी न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे रहा।
48 घंटे बाद वृद्धि का अनुमान
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले 48 घंटे के बाद न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि हो सकती है जिसके चलते ठंड से राहत मिलने का अनुमान है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण मध्यप्रदेश में बादल छाएंगे। इधर, मौसम वैज्ञानिकों ने बैतूल बुरहानपुर हरदा बालाघाट खंडवा खरगोन धार उज्जैन दतिया नरसिंहपुर और सिवनी जिले में ठंड को लेकर येलो अलर्ट किया है। यहां कहीं-कहीं पर शीतल दिन रहने की संभावना है।
मौसम विभाग की सलाह
मौसम विभाग ने सलाह दी है कि ठंडी हवाएं सर्दी बड़ा सकती हैं। ठंड सहनीय लेकिन कमजोर लोगों के लिए हल्के स्वास्थ्य की चिंताजनक है। ऐसे में अधिक समय तक ठंड के संपर्क में रहने से बचें। ढीली हल्की वजन कई परतों वाले गर्म ऊनी कपड़े पहने। सिर गर्दन हाथों को अच्छे से ढक कर रखें। गर्म पानी का सेवन करें।