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बावुमा और रबाडा भारत के खिलाफ टेस्ट से पहले घरेलू रेड-बॉल मैच नहीं खेलेंगे

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बावुमा और रबाडा भारत के खिलाफ टेस्ट से पहले घरेलू रेड-बॉल मैच नहीं खेलेंगे

जोहान्सबर्ग
 दक्षिण अफ्रीका के टेस्ट कप्तान टेम्बा बावुमा और तेज गेंदबाज कैगिसो रबाडा घरेलू रेड-बॉल मैच में नहीं खेलेंगे। ये दोनों खिलाड़ी भारत के खिलाफ सीरीज का हिस्सा भी नहीं थे।प्रोटियाज टीम प्रबंधन चाहता था कि बावुमा और रबाडा को भारत के खिलाफ 26-30 दिसंबर तक सेंचुरियन में और 3-7 जनवरी, 2024 तक केप टाउन में होने वाले दो टेस्ट मैचों से पहले कुछ रेड-बॉल मैच अभ्यास मिले। ये दोनों टेस्ट विश्व टेस्ट चैंपियनशिप अंकों के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं।

बावुमा और रबाडा को गुरुवार से डरबन में प्रथम श्रेणी मैच में डॉल्फ़िन के खिलाफ लायंस के लिए खेलना था। लायंस के एक बयान में कहा गया, "प्रोटियाज़ टेस्ट कप्तान बावुमा को एक निजी मामले के कारण बाहर रहना पड़ा जबकि रबाडा चोटिल हैं।"

रबाडा भारत में विश्व कप के बाद से एड़ी की समस्या से जूझ रहे हैं और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल के दौरान उनकी गेंदबाजी सीमित थी। दक्षिण अफ्रीका को अब अपनी तेज गेंदबाजी लाइन-अप पर संदेह का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि एनरिक नॉर्टजे अभी भी पीठ के निचले हिस्से में तनाव फ्रैक्चर से उबर रहे हैं, जबकि लुंगी एनगिडी को बाएं टखने में मोच के कारण भारत के खिलाफ टी20 श्रृंखला से हटना पड़ा।

दो अन्य तेज गेंदबाज गेराल्ड कोएट्ज़ी और मार्को जेन्सन ने भारत के खिलाफ टी20 में अपनी भूमिका निभाई है। अब भारत के खिलाफ टेस्ट की तैयारी के लिए इस सप्ताह के रेड-बॉल घरेलू मैचों में खेल रहे हैं। दूसरी ओर, बावुमा को आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे विश्व कप सेमीफाइनल के दौरान प्रतिस्पर्धी क्रिकेट एक्शन में देखा गया था, जहां उन्होंने हैमस्ट्रिंग की चोट के बावजूद हिस्सा लिया था।

 

'क्रॉनिक किडनी' रोग से पीड़ित हैं कैमरन ग्रीन

पर्थ
आस्ट्रेलिया के आल राउंडर कैमरन ग्रीन ने खुलासा किया कि जब वह पैदा हुए थे तो वह 'इररिवर्सिबल क्रॉनिक किडनी' रोग से पीड़ित थे। आस्ट्रेलिया के इस दुबले पतले हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा कि एक समय उनके 12 साल से ज्यादा जीने की उम्मीद नहीं थी। उन्होंने कहा कि इस बीमारी के कोई लक्षण नहीं होते और इसमें किडनी (वृक्क) को ठीक भी नहीं किया जा सकता।

ग्रीन ने 'चैनल 7' से कहा, ''जब मेरा जन्म हुआ तो मेरे माता पिता को बताया गया कि मुझे 'इररिवर्सिबल क्रॉनिक किडनी' बीमारी है जिसके कोई लक्षण नहीं होते लेकिन अल्ट्रासाउंड के जरिये इसका पता चला।’’ उन्होंने कहा, ''क्रॉनिक किडनी बीमारी बढ़ती रहती है। दुर्भाग्य से मेरा गुर्दा अन्य लोगों के गुर्दे की तरह खून को साफ नहीं करता।’’ यह 24 साल का खिलाड़ी आस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम का अहम सदस्य है।

ग्रीन ने कहा कि उनका 'किडनी फंक्शन' इस समय 60 प्रतिशत है जो दूसरे चरण में है और पांचवें चरण में प्रत्यारोपण या 'डायलिसिस' की जरूरत होती है। उन्होंने कहा, ''मैं अभी बीमारी के दूसरे चरण में हूं लेकिन अगर आप अच्छी तरह देखभाल नहीं करोगे तो यह स्तर और नीचे चला जायेगा। किडनी सही नहीं हो सकती। इसे ठीक नहीं किया जा सकता। इसलिये आप बीमारी के बढ़ने को धीमा करने के तरीके ढूंढ सकते हो, आप कोशिश करते हो।’’

ग्रीन की मां टार्सी को गर्भावस्था के 19वें हफ्ते के स्कैन में इस बीमारी का पता चला था।

ग्रीन के पिता गैरी ने कहा, ''उस समय इसके बारे में ज्यादा पता नहीं था। तब उसके 12 वर्ष से अधिक जीने की उम्मीद नहीं थी।''

तेज गेंदबाजी आल राउंडर ग्रीन ने 2020 में आस्ट्रेलिया के लिए पदार्पण किया था और तब से 24 टेस्ट, 23 वनडे और आठ टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। उन्होंने कहा कि इस बीमारी के कारण उनका क्रिकेट करियर भी प्रभावित हुआ है क्योंकि उन्हें मांसपेशियों में खिंचाव बहुत जल्दी हो जाता है।

उन्होंने कहा, ''मुझे नमक और प्रोटीन कम रखना पड़ता है जो बतौर क्रिकेटर आदर्श स्थिति नहीं है लेकिन जब मैच होते हैं तो मैं प्रोटीन थोड़ा ज्यादा लेने लगता हूं क्योंकि मैं मैदान पर काफी ऊर्जा खर्च करता हूं। बस खुद की देखभाल का सही तरीका ढूंढना पड़ता है।’’

 

शोएब बशीर ने गलती से मैकुलम का फोन नजरअंदाज किया

लंदन
इंग्लैंड के युवा ऑफ स्पिनर शोएब बशीर ने कुछ दिन पहले न्यूजीलैंड के 'डायलिंग कोड नंबर' से एक 'मिस्ड कॉल' देखी और उन्होंने इसे यह समझते हुए नजरअंदाज किया कि यह किसी ने ऐसे ही कर दिया होगा। छह प्रथम श्रेणी मैच खेल चुके बशीर ने सपने में भी नहीं सोचा था कि यह नंबर न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ब्रैंडन मैकुलम का हो सकता है और इंग्लैंड की टेस्ट टीम का कोच उन्हें टीम में चुने जाने की रोमांचक खबर देने के लिए फोन कर रहा था।

बशीर ने 'द टेलीग्राफ' को बताया, ''मैंने नंबर देखकर सोचा, 'ये कौन है'? यह कोई ऐसा ही कोई नंबर हो सकता है।’’बशीर को भारत दौरे के लिए 16 सदस्यीय टेस्ट टीम में चुना गया जो हर किसी की तरह इस ऑफ स्पिनर के लिए भी हैरानी भरी खबर थी।

मैकुलम ने जब वाट्सएप पर बशीर को संपर्क किया तो ही उन्होंने जवाब दिया।बशीर ने कहा, ''मैंने इसके बारे में नहीं सोचा था और अचानक से मैंने सोचा, 'वाह, यह तो बाज (मैकुलम) है'।’’उन्होंने कहा, ''ईमानदारी से कहूं तो मैं अब इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता और इस बात को दो या तीन दिन हो गये हैं। यह बहुत विशेष है। मैं मौका दिये जाने से खुश हूं, यह बहुत ही 'क्रेजी' खबर है।’’

इंग्लैंड की टीम आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप चक्र के अंतर्गत भारत में पांच टेस्ट मैच खेलेगी जिसकी शुरूआत 25 जनवरी से हैदराबाद में होगी।