गोरखपुर
किन्नर कोटे से आवास आवंटन को लेकर गोरखपुर में रार छिड़ गई है। किन्नर एकता उर्फ वीरेंद्र के खिलाफ कोमल किन्नर ने मोर्चा खोल दिया है। कोमल का आरोप है कि वीरेंद्र पुरुष हैं। वह किन्नर समाज से नहीं हैं। उधर, शनिवार को किन्नरों का विवाद सीएम योगी के सामने भी उठा। सीएम के जनता दर्शन में पहुंची किन्नर कोमल ने बहरुपिया किन्नरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके अलावा कोमल ने कुछ अन्य किन्नरों के साथ सम्बन्धित अफसरों को भी ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की है। कोमल की मांग है कि ट्रांसजेंडर कोटे से आवंटित आवास का आवंटन निरस्त कर विधिक कार्रवाई की जाए। कोमल किन्नर, उजाला किन्नर, संजना किन्नर आदि ने शनिवार को गोरखपुर विकास प्राधिकरण कार्यालय, डीएम कार्यालय और एसएसपी कार्यालय में जाकर अपना ज्ञापन भी दिया। उन्होंने जिला नगरीय विकास अभिकरण डूडा में परियोजना अधिकारी विकास को ज्ञापन देने के साथ मांग की कि मामले की जांच करा कर एकता उर्फ वीरेंद्र को ट्रांसजेंडर श्रेणी में आवंटित आवास का आवंटन रद्द किया जाए। डूडा के परियोजना अधिकारी विकास ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी।
मैं काम करती हूं इसलिए लगाते हैं आरोप
वहीं, एकता उर्फ वीरेंद्र ने कोमल किन्नर के आरोपों को सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि मुझे नकली इसलिए बताया जाता है क्योंकि मैं बधाई नहीं गाती, बल्कि काम करती हूं। मेरी बढ़ती लोकप्रियता से घबराए लोग मुझ पर झूठे और अर्नगल आरोप लगाते हैं।
मुख्यमंत्री से मिला किन्नर समाज
मानबेला के आवास कैंपस में आए दिन किन्नरों के बीच मारपीट और विवाद का मामला शनिवार को जनता दरबार में पहुंचा। किन्नर कोमल ने सीएम से मिलकर बहरुपिया किन्नरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कोमल ने बताया कि सीएम ने कार्रवाई का भरोसा दिया है।