गाजा.
शनिवार की देर रात हमास ने कुछ देर अकड़ दिखाने के बाद इजरायली बंधकों को रिहा कर ही दिया। इजरायली सेना आईडीएफ ने एक बयान में कहा कि गाजा में हमास की कैद से रिहा 13 इजरायली और 4 थाई नागरिक इजरायल पहु्ंच चुके हैं। दरअसल, हमास ने दूसरे राउंड में कैदियों की रिहाई के लिए इजरायल के सामने एक और शर्त रख दी थी। गुस्साए इजरायल ने गाजा पर फिर से हमला करने की चेतावनी दे दी थी। तब जाकर हमास माना।
इससे पहले शुक्रवार को रिहा किये गये इजरायली बंधकों में पांच बुजुर्ग महिलाओं और चार बच्चों समेत उनके परिवार के सदस्य शामिल थे। बदले में, 39 फिलिस्तीनी महिलाओं और बच्चों को इजरायली जेलों से रिहा किया गया। इजरायल और हमास के बीच चार दिनी युद्धविराम समझौता हुआ है। जिसमें दोनों खेमे अपने यहां बंधक बनाए गए लोगों को एक-दूसरे को सौंपेंगे। आईडीएफ ने अपने एक बयान में कहा है, "प्रारंभिक चिकित्सा प्रक्रिया से गुजरने के बाद, जब वे इजरायली अस्पतालों में जाएंगे तो आईडीएफ सैनिक उनके साथ रहेंगे। जहां वे अपने परिवारों के साथ फिर से मिलेंगे।" इजरायली सरकार ने कहा है कि गाजा में हमास से छह वयस्क महिलाओं और सात बच्चों और किशोरों को रिहा किया गया है। इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू कार्यालय ने X पर लिखा, "इजरायल सरकार उन 17 बंधकों को गले लगाती है जो आज लौट रहे हैं:- हमारे 13 नागरिक और चार थाई नागरिक। उनके परिवारों को सूचित किया गया है कि वे देश के रास्ते में हैं।"
हमास 42 बंधकों को कर चुका रिहा
इजरायल से सीजफायर समझौते के बाद से हमास अभी तक 42 बंधकों को रिहा कर चुका है। पहले राउंड में उसने 25 लोगों को इजरायल भेजा था। अब 17 लोगों को रिहा किया है। 50 दिनों तक हमास की कैद झेलने के बाद ये लोग अब अपने परिवार के पास जा रहे हैं। हमास ने इजरायल को कुल 50 बंधक देने की शर्त की है। बता दें कि 7 अक्टूबर को इज़रायल पर शुरुआती हमले में हमास ने 240 लोगों को बंधक बना लिया था। इन बंधकों को रेड क्रॉस लाकर इजरायली सेना के हवाले किया जा रहा है।
इजरायल की वॉर्निंग के बाद माना हमास
पहले राउंड में 25 लोगों को छोड़ने के बाद हमास आतंकवादी समूह ने दूसरे बैच के बंधकों को छोड़ने में देरी करनी शुरू कर दी। इजरायल के सामने एक और शर्त रख दी। हमास ने कहा कि जब तक इजरायल उत्तरी गाजा पट्टी में सहायता ट्रकों की शुरुआत नहीं करता है तब तक वह दूसरे बैच के बंधकों को रिलीज नहीं करेगा। साथ ही उसने इजरायल पर फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई पर अपना वादा पूरा नहीं करने का आरोप भी लगाया। बाद में इजरायल ने गाजा में अपने सैन्य आक्रमण को फिर से शुरू करने की चेतावनी जारी की। जिसके बाद हमास को बंधक रिहा करने पड़े।