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छत्तीसगढ़ चैम्बर आफ कामर्स साथी परियोजना में निभाएगा महत्वपूर्ण भूमिका

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रायपुर

इंदिरा गाँधी कृषि विश्व विद्यालय रायपुर में साथी परियोजना के क्रियान्वयन के संबंध के एक महत्वपूर्ण बैठक संचालक अनुसंधान सेवाऐं इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमे चेंबर अध्यक्ष श्री अमर पारवानी जी की अध्यक्षता में चेंबर प्रतिनिधि मंडल शामिल हुआ। प्रतिनिधि मंडल में चेंबर कार्यकारी अध्यक्ष श्री मनमोहन अग्रवाल, राम मंधान (डूमर तराई व्यापारी संघ अध्यक्ष), मंत्री निलेश मुंधडा एवं  इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर, नाफेड नईदिल्ली, फीफा साथी टेक्नोप्रेन्योर्स प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली, छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास लिमिटेड, उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी विभाग रायपुर, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन रायपुर, छत्तीसगढ उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, हैन्डीकाफ्ट बोर्ड तथा सेरीकल्चर विभाग के विभिन्न पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।

पारवानी ने बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि नाफेड भारत सरकार की केंद्रीय कोआपरेटिव है जो विगत 50 वर्षों से कृषि एवं कृषकों के हित में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। नाफेड द्वारा देश के कृषको की आय दोगुना करने, आत्म निर्भर भारत को बढ़ावा देने तथा मेक इन इंडिया को बढावा देने के दृष्टिकोण से साथी परियोजना संपूर्ण भारत मे प्रारम्भ की गई है। योजना अंतर्गत संपूर्ण भारत के प्रत्येक जिले मे साथी बाजार स्थापित किये जावेगें। यह सभी साथी बाजार आपस मे एक दूसरे से नेटवर्क के माध्यम से जुड़े रहेगें। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के कृषको एवं उद्यमियो को योजना का लाभ देने के दृष्टिकोण से नाफेड के साथ अनुबंध निष्पादित कर योजना के क्रियान्वयन हेतु इंदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय, रायपुर को लीड एजेंसी तथा छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम लिमिटेड, रायपुर को सहयोग एजेंसी बनाया गया है। योजना के सफल संचालन हेतु राज्य स्तर पर कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता मे तथा जिलो मे कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है । बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि योजना के सफल संचालन के लिए राज्य एवं जिला स्तरीय समिति मे छत्तीसगढ चैम्बर फ कॉमर्स के प्रतिनिधियों  को शामिल किया जावेगा।

श्री पारवानी ने बताया कि योजना अनुसार राज्य के प्रत्येक जिले में जिला मुख्यालय के उपयुक्त स्थल पर तीन से पांच एकड भूमि पर साथी बाजार स्थापित किये जावेगें। साथी बाजार के संचालन हेतु प्रत्येक जिले मे दस हजार महिलाओ का किसान उत्पादक कंपनी के रूप में गठन राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के सहयोग से किया जावेगा। प्राथमिक रूप से मिलेट्स उत्पादों के साथ स्थानीय उत्पादों को प्रत्येक साथी बाजार में स्थान दिलाने चेंबर सहयोगात्मक भूमिका निभाएगा साथ ही मॉर्डन रिटेल आउटलेट, फूड कोर्ट, एंटरटेनमेन जोन, एग्रीमॉल, कृषि सहायता केन्द्र, माइको फाइनेंस, इंन्श्योरेंस सेंटर, ट्रेनिंग सेंटर, दराज बाजार, ब्यूटीपार्लर, टेली मेडिसिन सेंटर, जेनरिक मेडिसिन सेंटर, संजीवनी केन्द्र, डेयरी फेडरेशन, प्याज संग्रहण यूनिट, कोल्ड स्टोरेज (5000 मीट्रिक टन), मिनि थियेटर एवं स्थानीय उद्यम तथा अन्य उद्यम चैम्बर आॅफ कॉमर्स छत्तीसगढ़ के सहयोग एवं मार्गदर्शन मे खोले जावेगें।

योजना का व्यापक प्रचार प्रसार हेतु सभी संभागो मे छत्तीसगढ़ चैम्बर आॅफ कॉमर्स द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। श्री पारवानी ने यह भी कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार के सहयोग से क्रियान्वित होने वाली साथी परियोजना राज्य के कृषको एवं उद्यमियो के लिये गेम चेन्जर योजना साबित होगी तथा छत्तीसगढ चैम्बर आॅफ कॉमर्स योजना के प्रचार प्रसार एवं क्रियान्वयन मे अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।