नईदिल्ली
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 अभी पूरा भी नहीं हुआ, इधर भाजपा लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियो में जुट गई है। सोशल मीडिया पर बीजेपी का 2024 के लिए प्रचार अभियान साफ नजर आने लगा है। बीजेपी के लिए राम मंदिर ही सबसे बड़ा मुद्दा रहेगा। सोशल मीडिया साइट X और फेसबुक पर प्रोफाइल बदलकर पार्टी ने इसके संकेत दे दिए हैं। एमपी बीजेपी ने नई प्रोफाइल पिक अपलोड की है। इसमें राम मंदिर के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय जेपी नड्डा मौजूद हैं। इसमें राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख का उल्लेख किया गया है।
इतने हैं फॉलोअर
सोशल मीडिया भाजपा की असली ताकत है। इसके माध्यम 2014 के चुनाव में भी बीजेपी ने झंडा गाड़ा था। इस बार 2024 में भी बीजेपी को सोशल मीडिया का सहारा है। मध्यप्रदेश बीजेपी के पेज की बात करें तो X पर एमपी बीजेपी के 1.2 मिलियन फॉलोअर हैं, जबकि फेसबुक पर 1.6 मिलियन फॉलोअर हैं। जबकि एमपी कांग्रेस के फेसबुक पर एक मिलियन ही फॉलोअर हैं।
आरएसएस भी तैयारी में जुटा
अयोध्या में नव नूतन मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को है। इसके पहले ही संघ ने राम के नाम के सहारे हर हिंदू परिवार तक पहुंचने का प्लान बना लिया। संघ के सभी सहभागी संगठन विहिप, बजरंग दल और अन्य इस कार्य में जुट गए हैं। पहले चरण में लोगों को राम मंदिर का आमंत्रण दिया जा रहा है। इसके बाद जनवरी के अंत में दूसरे चरण में लाखों परिवारों को रामलला के दर्शन करवाए जाएंगे। लोगों को राम मंदिर की तस्वीर भेजी जा रही है।
आगमी लोकसभा चुनाव के पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपनी 2022 की रणनीति को दोहराने का मन बनाया है. इस रणनीति के तहत समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party), बहुजन समाज पार्टी (BSP), रालोद (RLD) और कांग्रेस (Congress) में सेंध लगाने के लिए भाजपा ने तैयारी शुरू कर दी है. पार्टी के बड़े नेताओं ने जिला और प्रदेश स्तर पर प्रभावी नेताओं की सूची तैयार की जा रही है. जिसके तहत विपक्षी दलों के प्रभावशाली नेताओं को पार्टी में शामिल कराने के लिए उनको चिन्हित कर उनकी एक सूची बनाने की रणनीति बनाई है.
भारतीय जनता पार्टी ने साल 2022 में विपक्षी दलों में साइड लाइन हो चुके नेताओं को अपने साथ लाने की रणनीति बनाई थी, इसी के तहत अपर्णा यादव, राकेश सचान जैसे विपक्षी दलों के बड़े नेताओं को बीजेपी में शामिल करवाया गया था. राकेश सचान को चुनाव भी लड़वाया गया और इसके बाद उन्हें कैबिनेट में मंत्री भी बनाया गया.
भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर से लोकसभा चुनाव के पहले सभी 80 लोकसभा सीटों पर दूसरे दलों के साइड लाइन नेताओं की सूची तैयार करवा रही है, जिनका अपने क्षेत्र में वजूद है और जिनके बीजेपी में शामिल होने पर पार्टी को फायदा हो सकता है. उन तमाम लोगों को अपने साथ लेकर भाजपा 2024 की रण में उतरना चाहती है.
प्रदेश स्तर पर हुई बैठक में तय हुई रणनीति
भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पर हुई बैठक में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने एक कमेटी के प्रस्ताव पर अपनी मोहर लगाते हुए कहा कि अन्य दलों में साइड लाइन मजबूत नेताओं को पार्टी में शामिल किया जाए. पिछले दिनों प्रदेश स्तर पर एक कमेटी का गठन किया गया था, उसी कमेटी के प्रस्ताव पर प्रदेश के प्रमुख नेताओं ने अपनी संस्तुति दी है. जिलाध्यक्षों को ऐसे नेताओं की सूची बनाने की जिम्मेदारी दी गई है.