भोपाल
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए राजनीतिक दलों का प्रचार थम गया है। अब न तो शोरगुल होगा और न ही कोई चुनावी सभा। मध्य प्रदेश में भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत तमाम केंद्रीय नेताओं को प्रचार में झोंका। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद करीब-करीब प्रत्येक जिले को कवर करते हुए 28 दिन में 160 सभाओं को संबोधित किया।
चुनावों की घोषणा होने के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात दिन मध्य प्रदेश आए और 15 जनसभाओं को संबोधित किया और रोड शो किए। इसी तरह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सात दिन में 21 सभाओं और रोड शो को संबोधित किया। पार्टी ने 40 नेताओं को स्टार प्रचारक बनाया था। इन स्टार प्रचारकों ने चुनावों की तारीख घोषित होने के बाद 634 जनसभाएं और रोड शो किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सात दिन में 15 जनसभाएं और रोड शो किए। गृहमंत्री अमित शाह ने सात दिन में 21 सभाएं और रोड शो किए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 28 दिन में 160 जनसभाएं की और प्रदेश की करीब-करीब सभी सीटों को साधने की कोशिश की। मुख्यमंत्री के बाद सबसे ज्यादा सभाएं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की। उन्होंने 17 दिन में 80 जनसभाओं को संबोधित किया। इसके बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने 21 दिन में 55 और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने 15 दिन में 40 सभाओं को संबोधित किया। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भी 14 दिन में 38 सभाएं की।
पीएम का मालवा-निमाड़ पर ज्यादा फोकस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरा फोकस मालवा-निमाड़ पर था। प्रधानमंत्री के 15 में से सात कार्यक्रम मालवा-निमाड़ में थे। मालवा-निमाड़ में 66 सीटें है। 2018 में कांग्रेस ने यहां 35 सीटों पर जीत हासिल कर सरकार बनाई थी। भाजपा को यहां 28 सीटें ही मिली थी। मोदी लहर में 2013 में भाजपा ने 66 सीटों में से 57 सीटें जीती थी। प्रधानमंत्री ने महाकौशल और मध्य भारत में एक-एक, बुंदेलखंड, विंध्य और ग्वालियर-चंबल में दो-दो सभाएं की।