भोपाल
पांच माह के लंबे समय के बाद आखिरकार भारत टॉकीज ब्रिज पर डामरीकरण का काम पूरा हुआ। इससे पहले 25 मई को इसे आमजन के लिए खोला गया था। एक तरफ ट्रैफिक चलाकर दूसरी ओर डामरीकरण करना था, लेकिन इसमें पीडब्ल्यूडी को पांच माह का लंबा समय बीतने के बाद अब डामरीकरण पूरा हुआ। डामरीकरण से एक लाख लोगों को राहत मिली है। लेकिन अभी भी कई जगह सड़क में गड्ढे हैं। दोनों ओर फुटपाथ और सीढ़ियां पहले की तरह ही खुदी पड़ी हैं। मरम्मत होने से 50 साल पुराने ब्रिज की लाइफ 25 साल और बढ़ गई है।
360 बियरिंग बदले
50 वर्ष पुराने भारत टॉकीज आरओबी की मरम्मत के लिए कुल 360 बियरिंग और 15 एक्सपेंशन ज्वाइंट बदले गए हैं। इसके लिए ब्रिज का वजन कम करना था, जिससे इसकी डामर की परत को निकाला गया था। बियरिंग बदलने के बाद ब्रिज पर मास्टिक एस्फाल्ट की लेयरिंग की गई। दावा है कि इससे ब्रिज की उम्र 25 वर्ष बढ़ गई हैं।
ब्रिज का काम तय शेड्यूल से ही किया गया। बड़ा काम था, समय लगता है। अब डामरीकरण होने से राहत मिलेगी। बचा हुआ काम भी जल्द पूरा हो जाएगा।
– संजय मस्के, सीई, पीडब्ल्यूडी