जयपुर.
राजस्थान विधानसभा की चुनावी सभा में गुरुद्वारों को नासूर बताने वाले भाजपा नेता संदीप दायमा को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है। रविवार को राजस्थान भाजपा के प्रदेश प्रेस सचिव हरदेव सिंह उभा ने दायमा पर कार्रवाई कर पत्र जारी किया, जिसमें उन्हें निष्कासित करने की जानकारी दी गई।
दरअसल, अलवर की एक चुनावी सभा में भाजपा नेता संदीप दायमा भाषण दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने गुरुद्वारों को नासूर कह दिया। दायमा के इस बयान को लेकर सिख समाज के लोगों ने विरोध जताया।
पंजाब भाजपा के नेता भी दायमा के बयान के विरोध में उतर आए और पार्टी आलाकमान से कार्रवाई की मांग की थी। इसके अलावा चंडीगढ़ के पुलिस स्टेशन सेक्टर 39 में दायमा के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई गई थी। मामले को लेकर भाजपा नेताओं ने कहा कि सिख समाज के साथ भाजपा हमेशा खड़ी रही है और हमेशा खड़ी रहेगी। भाजपा नेता दायमा के बयान पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक के सचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने भी आपत्ति जताई थी। बयान के खिलाफ उन्होंने सनातन धर्म के लिए सिखों की कुर्बानियों तक को याद करवा दिया था। अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने भी दायमा के बयान का विरोध जताया था। बढ़ते विरोध को देखते हुए दायमा ने अपने बयान को लेकर माफी भी मांगी थी। माफीनामे के तौर पर उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा था- मुझे नहीं पता कि मेरे मुंह से गुरुद्वारों के प्रति ये शब्द कैसे निकल गए थे। मैं मस्जिद-मदरसों की बात कर रहा था। सिख समाज के लोगों ने सनातन धर्म के लिए कुर्बानियां दी, उनके बारे में मैं ऐसा सोच भी नहीं सकता। अपनी इस गलती के लिए माफी मांगता हूं। इसके बाद दामया ने गुरुद्वारे जाकर भी माफी मांगी थी। हालांकि, विरोध शांत नहीं होने पर पार्टी ने उनके खिलाफ एक्शन लिया है।
क्या है मामला?
बीते बुधवार को अलवर की तिजारा विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी बाबा बालकनाथ की नामांकन सभा थी। इसमें उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा के कई नेता शामिल हुए थे। इस दौरान भाजपा नेता संदीप दायमा ने भाषण देते हुए कहा- 'जिस तरह तिजारा में गुरद्वारे बनाकर छोड़ दिए, ये आगे चलकर नासूर बन जाएंगे। हमारा फर्ज है कि इसे जड़ से उखाड़ कर फेंक दें।'