तेल अवीव
इजरायल की सेना (IDF) के गाजा में चल रहे खतरनाक अभियान के बीच ऑस्ट्रेलिया से लेकर अरब देशों तक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। वहीं इजरायल ने ऐलान कर दिया है कि गाजा अब युद्ध का मैदान है। इजरायल ने साफ कर दिया है कि गाजा में जो भी सेना के सामने आएगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। गाजा के साथ ही इजरायल लेबनान और वेस्ट बैंक में भी हमले कर रहा है। वहीं बीच-बीच में हमास की तरफ से भी इजरायल पर रॉकेट दागी जा रही हैं। बताया जा रहा है कि हिजबुल्लाह और हमास दोनों ने हाथ मिला लिए हैं। इजरायल ने गाजा में जमीनी हमला भी शुरू कर दिया है। इसके अलावा फिलिस्तीनी अथॉरिटी का दावा है कि इजरायल गाजा में फॉस्फोरस बम का भी इस्तेमाल कर रहा है।
हमास से जंग आसान नहीं
इजरायल और हमास में चल रहे युद्ध के बीच अमेरिका और यूके ने भूमध्य सागर में अपने पोत तैनात कर दिए हैं। वहीं अरब देश इस कार्रवाई की निंदा कर रहे हैं। फिलिस्तीन का दावा है कि अब तक 7 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं। हालांकि यह जंग आसान नहीं है। इसमें आतंकियों के साथ मासूमों की जिंदगी ज्यादा खतरे में हैं। दरअसल पूरे गाजा में हमास के आतंकियों ने बंकर और सुरंगें बनाई हैं। इन्हीं सुरंगों में इनके हथियार बनाने का काम भी चलता है। इसके अलावा हमास के आतंकियों को ईरान से सपोर्ट मिलता है।
हमास के आतंकियों को संख्या 40 हजार के करीब बताई जाती है। उनके पास उन्नत हथियार हैं और हथियारों के कारखाने भी हैं। गाजा पर इस तरह के हमले से पहले इजरायल ने आतंकियों को कमजोर करने की पूरी कोशिश की थी। फ्यूल तक की सप्लाई पर रोक लगा दी गई। हालांकि बताया जाता है कि हमास के आतंकियों ने अपने इस्तेमाल के लिए फ्यूल का भंडार रखा हुआ है। यह जंग लंबी भी चल सकती है।
गाजा में लहराया इजरायली झंडा
इजरायल की सेना ने गाजा में कई जगह अपना झंडा लहरा दिया। इजरायल संदेश देना चाहता है कि अब गाजा में उसकी सेना मौजूद हैं और आसानी से हटने वाली नहीं हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने हमास के सफाए की कसम खा ली है। वहीं इसी बीच यह खबर भी आई है कि सऊदी अरब के विदेश मंत्री अणेरिका जा रहे हैं। वह अमेरिका के रक्षा मंत्री से मुलाकात करेंगे।