- छोटे से कार्यकाल में कांग्रेस ने रोका गरीब कल्याण
- कपड़े फाड़ने तक पहुंच गया कांग्रेसियों का अहंकार
- कांग्रेसियों पर जमकर हमलावर हुये केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटैल, बोले,
- राजनीति में फायदे के लिये विरासत का उपहास निंदनीय,कांग्रेस का षडयंत्र जनता के सामने उजागर
जबलपुर
भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज और केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं जलशक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद पटैल ने आज कांग्रेस पर जोरदार हमला बोलते हुये कहा कि कांग्रेसी नेता तुष्टिकरण में अंधे हो गये हैं इसलिए हमारी भारतीय परंपराओं और विरासत का उपहास उड़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कन्या पूजन को लेकर दिग्विजय सिंह ने जिस तरह के भाव व्यक्त किए हैं, वे निहायत ही निंदनीय हैं और कांग्रेस के पूरे चरित्र को उजागर करते हैं। केन्द्रीय मंत्री पटैल संभागीय मीडिया सेंटर में पत्रकारों से रूबरू होते हुये ये बात कही। उन्होंने कहा कि बड़ा दुर्भाग्य है कि नर्मदा परिक्रमा करने के बाद भी दिग्विजय सिंह का विवेक जागृत नहीं हुआ। कांग्रेस की पहचान सामंतशाही और परिवारवाद ही हैं, इसके अलावा वे जो भी करते हैं, वो सब कुछ छलावा है और जनता पूरा षडयंत्र समझ चुकी है। पत्रवार्ता में प्रदेश महामंत्री, राज्यसभा सांसद व भाजपा संभागीय प्रभारी कविता पाटीदार, जिलाध्यक्ष प्रभात साहू, व्यापारी प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक शरद अग्रवाल, प्रदेश मंत्री आशीष दुबे व महिला मोर्चा प्रदेश महामंत्री अश्वनी परांजपे राजवाड़े सहित पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कांग्रेस गरीब कल्याण के खिलाफ
पटैल ने बताया कि कांग्रेस सदैव गरीब कल्याण के खिलाफ रही है। अपने 15 महीने के छोटे से कार्यकाल में ही कांगे्रस ने संबल योजना बंद कर दी थी,जिससे श्रमिक एवं निम्न वर्ग की मुश्किलें बढ़ गयी थीं। कांग्रेस ने जलजीवन मिशन में भी कोताही बरती और महज ढाई प्रतिशत लोगों को ही शुद्धजल उपलब्ध कराया। कांग्रेस ने पीएम आवास योजना की राशि भी लाभार्थियों तक पहुंचाने के बजाए लौटा दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को शराब नीति बनाने में
अधिकाधिक रहता है। जनता की परेशानियों से उन्हें कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि इन्हीं सब कारणों से स्थिति ये हो गयी है कि नौबत कपड़े फाड़ने तक पहुंच गयी है। पटैल ने कहा कि कांग्रेस को उम्मीदवार इसलिए बदलने पड़े,क्योंकि पार्टी का संतुलन बिगड़ चुका है।
यथार्थ पर बात करे कांग्रेस
केंद्रीय मंत्री पटैल ने कहा कि कांग्रेस को यथार्थ पर बात करनी चाहिए। उन्हें जनता को अपनी बनाई शराब नीति पर जवाब देना चाहिए, उन्हें बताना चाहिए कि उन्होंने गरीब कल्याण की योजनाओं को क्यों बंद किया था। पटैल ने कहा कि चुनाव का आशय यह नहीं है कि जनता को बरगलाना और भ्रम फैलाना शुरु कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता के नेता होने का दंभ भरने वाले कमलनाथ या उनके सांसद पुत्र एक दिन के लिये आम आदमी का जीवन जीकर दिखलाएं तो उन्हें नेता मानने पर विचार किया जा सकता है।
एक देश, एक चुनाव होना चाहिए
एक सवाल के जवाब में प्रहलाद पटैल ने कहा कि भाजपा एक देश, एक चुनाव की पक्षधर है,क्योंकि देश का चुनाव पर होने वाला खर्च कम होगा साथ ही विकास की योजनाओं में रुकावट नहीं आएगी। निशा बांगरे के इस्तीफे और टिकट पर पूछे गये सवाल पर पटैल ने कहा कि उनके पास कई विकल्प हैं। प्रियंका गांधी द्वारा खाली लिफाफे से जुड़े प्रश्न पर पटैल ने कहा कि हमारे लिफाफे में शौचालय निर्माण, पीएम आवास, लाड़ली बहना योजना और उज्ज्वला जैसी ढेर सारी योजनाएं हैं। स्वयं के चुनाव अभियान पर किए गये प्रश्न पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देती है, वो उसे पूरी निष्ठा से पूरी करते हैं और अभी भी वे वही कर रहे हैं।