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सत्ता में आने पर बनने पर श्रीलंका में सीता मंदिर बन बायेगी सरकार : कमलनाथ

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भोपाल

मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ ने मंगलवार को कहा कि अगर प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता आती है तो श्रीलंका में सीता माता मंदिर के निर्माण की परियोजना पर दोबारा काम कराएगी। इसके अलावा उन्होंने कई और वादे किये। जिनमें ज्यादातर हिंदू समुदाय से संबंधित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि नई सरकार राज्य में आस्था और संस्कृति के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध रहेगी।

    
पूर्व मुख्यमंत्री ने दशहरे के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हिंदुत्व के मुद्दे का मुकाबला करने के लिए नया दांव चला है। उन्होंने हिंदू पुजारियों के मानदेय में वृद्धि के अलावा उन्हें बीमा कवर प्रदान करने का भी वादा किया है।

राम वन गमन पथ का होगा विकास

कमल नाथ ने सोशल मीडिया साइट (X) पर पोस्ट कर प्रमुख घोषणाएं कीं। इनमें श्री राम वन गमन पथ का विकास (माना जाता है कि भगवान राम ने यह मार्ग वन में अपने वनवास के दौरान अपनाया था), भगवान परशुराम की जन्मस्थली जानापाव को पवित्र तीर्थ स्थल घोषित करना, मुरैना में रविदास पीठ और रीवा में संत कबीर पीठ की स्थापना करना शामिल हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि अंतिम संस्कार करने के लिए हिंदू समुदाय के सदस्यों को वित्तीय मदद देने के लिए एक योजना शुरू की जाएगी।

सीता माता मंदिर निर्माण योजना शुरू होगी

कमल नाथ के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार ने श्रीलंका में सीता माता (देवी सीता) मंदिर के निर्माण की योजना बनाई थी, लेकिन सरकार के बीच में ही गिर जाने के कारण यह योजना आगे नहीं बढ़ पाई। कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही श्रीलंका में सीता माता मंदिर के निर्माण की परियोजना को दोबारा से शुरू किया जाएगा।

मंदिरों की सुरक्षा बढ़ाई जाएगी

उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि विजयादशमी के इस पवित्र पर्व पर मैं मध्य प्रदेश के लोगों को बताना चाहता हूं कि कांग्रेस सरकार आस्था और संस्कृति के उत्थान के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने यह भी कहा कि भगवान राम, निषादराज और केवट राज की मूर्तियां- सभी रामायण से संबंधित- चित्रकूट में स्थापित की जाएंगी और महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर मंदिरों की सुरक्षा बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इन मंदिरों में दर्शन के लिए टिकट प्रणाली को सुव्यवस्थित किया जाएगा और यह सुनिश्चित करने के लिए एक प्रणाली बनाई जाएगी कि कोई भी देवी-देवताओं की पूजा करने से वंचित न रहे।

अस्थि विसर्जन के लिए मिलेगी आर्थिक सहायता

कमलनाथ ने कहा कि सत्ता में आते हैं तो हम श्रवण कुमार मातृ-पितृ भक्ति योजना शुरू करेंगे। जिसके तहत दाह संस्कार और उसके बाद ‘अस्थि विसर्जन’ के अनुष्ठान के लिए दस हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने धार्मिक स्थलों के सौंदर्यीकरण और सर्व प्रार्थना स्थल के विकास का भी वादा किया। जहां गुरुओं की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी। कमलनाथ ने कहा कि नई सरकार सभी धर्मों के धार्मिक स्थलों से ‘‘अतिक्रमण और अवैध कब्जे’’ हटाएगी।

मानवता मूर्ति की होगी स्थापना

कमलनाथ ने धार्मिक स्थलों के रखरखाव और अन्य कार्यों में लगे पुजारियों और अन्य व्यक्तियों की आजीविका के संबंध में नियमों में सुधार करने का वादा करते हुए कहा कि वैदिक शिक्षा प्रदान करने के लिए एक प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार बीआर आंबेडकर के जन्मस्थान पर एक राष्ट्रीय स्मारक के विकास के अलावा महू में उन्हें समर्पित ‘‘मानवता की मूर्ति’’ स्थापित करेगी।

अस्थि विसर्जन के लिए 10 हजार रुपए देंगे: उन्होंने बताया कि दाह संस्कार और उसके बाद 'अस्थि विसर्जन' के अनुष्ठान के लिए 10,000 रुपये प्रदान किए जाएंगे. उन्होंने धार्मिक स्थलों के सौंदर्यीकरण और सर्व प्रार्थना स्थल के विकास का भी वादा किया. जहां गुरुओं की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी. इसके अलावा उन्होंने धार्मिक जगहों पर चल रही, गैरकानूनी अतिक्रमण पर भी कार्रवाई करने का वादा किया. साथ ही प्रदेश में वैदिक शिक्षा प्रदान करने के लिए एक प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किया जाएगा. मानवता की मूर्ति की भी स्थापना की जाएगी. जो भीमराव अंबेडकर को समर्पित होगी.

शिवराज ने दिग्विजय पर साधा निशाना: निवाड़ी जिले की धार्मिक और पयर्टन नगरी ओरछा पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रामराजा सरकार के किए दर्शन किए. साथ ही पूजा अर्चना के बाद जनसभा और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने दिग्विजय सिंह के बयान पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि ये आपके संस्कार होंगे. मैने भी कन्या पूजन किया है. हर साल करता हूं. मैं तो रोज करता हूं. यह भारतीय संस्कृति है. भारतीय संस्कार हैं. पूरा देश बेटियों की पूजा करता है. उन बेटियों के पूजन को दिग्विजय सिंह नाटक और नौटंकी कहते है. ये वो लोग हैं, जो बहन और बेटियों को कभी आइटम कहते हैं. कभी टच माल कहते हैं. मेरे मन को तकलीफ होती है. पूरा देश पूजा करता है. आप इसको नाटक और नौटंकी कहते हैं. क्या बेटियों की पूजा नाटक और नौटंकी है.मैं तो सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं, क्या बेटियों की पूजा नाटक नौटंकी है. कांग्रेस का स्टैंड क्या है, कांग्रेस अपना स्टैंड साफ करे.