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छत्तीसगढ़ की अहम सीट पर दो पूर्व महापौर आमने-सामने

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जगदलपुर

छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग की अहम विधानसभा सीट जगदलपुर पर आगामी चुनाव (Chhattisgarh Assembly Election 2023) काफी अहम होने वाला है. इस सीट के लिए कांग्रेस और BJP दोनों ने अपने पत्ते खोल दिए हैं. कांग्रेस ने जहां जतिन जायसवाल पर भरोसा जताया है, वहीं BJP ने किरण सिंह देव को मैदान में उतार है. वर्तमान में इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है. खास बात ये है इस बार इस सीट पर पूर्व मेयर Vs पूर्व मेयर की लड़ाई है.

जगदलपुर विधानसभा सीट
बस्तर संभाग की 12 सीटों में से एक जगदलपुर सीट इस क्षेत्र की काफी अहम सीट है. ऐसा इसलिए हैं क्योंकि बस्तर की 12 सीटों में से सिर्फ जगदलपुर विधानसभा सीट ही सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित है. वर्तमान में इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रेखाचंद जैन ने BJP के प्रत्याशी संतोष बाफना को हराया था. लेकिन इससे पहले दो बार BJP के संतोष बाफना यहां से विधायक रहे.

 भाजपा के पूर्व महापौर किरण देव साल 2009 से 2014 तक शहर की सरकार के सर्वोच्च पद पर आसीन रहे, जबकि कांग्रेस के पूर्व महापौर ने 2014 से 2019 तक शहर की सरकार संभाली।

इस दौरान हालांकि दोनों ही महापौर रहते हुए उल्लेखनीय कार्य नहीं कर पाए, लेकिन शहर में दोनों की अच्छी साख मानी जाती है। जतिन जहां शुरू से ही कांग्रेसी परिवार से संबद्ध हैं, वहीं किरण भी दशकों से भाजपा में राजनीति करते रहे हैं।

इन हालातों में जहां शहर में मतदाताओं के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि आखिर किसे समर्थन दिया जाना चाहिए, लेकिन इस बात को लेकर भी मतदाताओं ने सवाल उठाए हैं कि दोनों ही प्रत्याशियों ने महापौर रहते हुए शहर के लिए क्या उल्लेखनीय कार्य किया है। मतदाता इस बात का विश्लेषण करने में जुटे हुए हैं।

दरअसल भाजपा के महापौर रहे किरण देव के कार्यकाल में शहर में कई बड़े प्रोजेक्ट शुरू किए गए थे, जिन्हें पूरा भी किया गया, लेकिन कांग्रेस के महापौर रहे जतिन जायसवाल ने मूलभूत सुविधाओं पर ही अपना फोकस बनाए रखने की बात कही थी। इन परिस्थितियों में मतदाताओं के बीच उहापोह मची हुई है कि वे किसे अपना समर्थन दें। दूसरी तरफ भाजपा समर्थकों का ये कहना है कि कांग्रेसी महापौर के कार्यकाल में सभी प्रोजेक्ट बंद कर दिए गए हैं।

दूसरी तरफ कांग्रेस समर्थक ये कह रहे हैं कि जिन बड़े प्रोजेक्ट्स का दावा भाजपा प्रत्याशी कर रहे हैं, उनमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। इसके चलते भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ कांग्रेस प्रत्याशी नगर निगम में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जनसमर्थन जुटाने की कोशिश कर रहे हैं।

इन सबके बीच जहां ग्रामीण क्षेत्रों के लिए दोनों ही प्रत्याशी नए हैं। चूंकि महापौर रहने के दौरान उन्होंने अपना फोकस केवल शहर पर रखा। ऐसे में उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों की तरफ कभी ध्यान ही नहीं दिया। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में दोनों ही प्रत्याशियों को अपना सिक्का जमाने के लिए खासी मेहनत करनी पड़ रही है।

मालूम हो कि जगदलपुर विधानसभा सीट से भाजपा व कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी से नरेंद्र भवानी, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी से नवनीत चांद, बहुजन समाज पार्टी से संपत कश्यप, राष्ट्रीय जनसभा पार्टी से विरेंद्र वैध, आजाद जनता पार्टी से सरिता सिंह, सर्व आदि दल से डॉ. सुरेंद्र चालकी के साथ अब्दुल कय्यूम, विपिन कुमार तिवारी व सुभाष कुमार बघेल ने निर्दलीय पर्चा भरा है।

कुल मिलाकर जगदलपुर में स्थिति ये बनी हुई है कि आखिर किन परिस्थितियों में मतदाता किसके साथ जाएं। 7 नवंबर को होने वाले मतदान में इस बात का फैसला मतदाता ईवीएम में दर्ज कर देंगे, जिसके बाद 3 दिसंबर को जनादेश जारी होने के बाद मतदाताओं ने किसे अपना समर्थन दिया है, इसका खुलासा भी हो जाएगा।

किरण सिंह देव Vs जतिन जायसवाल
इस बार जगदलपुर विधानसभा सीट पर मुकाबला BJP प्रत्याशी किरण सिंह देव और कांग्रेस प्रत्याशी जतिन जायसवाल के बीच होना है. खास बात ये है कि दोनों ही प्रत्याशी पूर्व मेयर हैं. इस बार मुकाबला दोनों पूर्व महापौर के बीच होगा.

वोटर्स की संख्या

    जगदलपुर विधानसभा सीट में कुल वोटर्स की संख्या 1,93,167 है.
    पुरुष मतदाता- 93,143
    महिला मतदाता- 99,996
    थर्ड जेंडर- 28 वोटर्स