तेल अवीव
हमास के हमले के बाद से ही इजरायल लगातार गाजा पर पलटवार कर रहा है। इजरायल की तरफ से कई बार उत्तरी गाजा को खाली करने की चेतावनी दी जा चुकी है। हालांकि यहां के लोगों के पास भागने के लिए भी जगह नहीं है। इजरायल की सेनाएं जमीनी ऑपरेशन के लिए सीमा पर खड़ी हैं। अब इजरायल ने उत्तरी गाजा को खाली करने की अंतिम चेतावनी दे दी है। इजरायल की सेना ने कहा है कि उत्तरी गाजा कि आम लोग उत्तरी गाजा को खाली कर दें नहीं तो उन्हें भी आतंकियों का सहयोगी मान लिया जाएगा और साफ कर दिया जाएगा।
इजरायल की सेना ने कहा, यह अर्जेंट वॉर्निंग है। उत्तरी गाजा में रहकर तुम लोग अपनी जान को खतरे में डाल रहे हो। जो लोग भी उत्तरी गाजा से दक्षिणी गाजा में शिफ्ट नहीं होंगे उन्हें आतंकवादी मानकर कार्रवाई की जाएगी। इजरायल की सेना ने कहा कि वह नहीं चाहती है कि किसी भी हालत में आम लोगों की जान जाए इसलिए लगातार कई दिनों से चेतावनी दी जा रही है लेकिन इसे अंतिम चेतावनी मान लिया जाए।
सेना की तरफ से एक बयान में कहा गया कि उसने आम लोगों को कभी निशाना नहीं बनाया बल्कि उन्हीं जगहों पर एयरस्ट्राइक की गई है जहां आतंकी ठिकाने थे। गाजा के लोग दक्षिणी गाजा की तरफ जाने से इसलिए कतरा रहे हैं क्योंकि वहां भी उन्हें एयरस्ट्राइक का डर है। उनका कहना है कि जो भी उनके परिवार या रिश्तेदारी के लोग दक्षिण गाजा में गए वे इजरायली हमले में मारे गए।
बता दें कि सात अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने इजरायल में घुसपैठ करके कम से कम 1400 लोगों को मार डाला था। इसके बाद इजरायल ने भी गाजा पर पलटवार किया और बड़े इलाके को तबाह कर दिया। इसके अलावा इजरायल ने सख्ती दिखाते हुए गाजा को होने वाली फ्यूल और अन्य जरूरी सामानों की सप्लाई भी रोक दी। अब यूएन के पहले के बाद मिस्र के रास्ते गाजा को मदद मिलनी शुरू हुई है। भारत ने भी गाजा के आम लोगों के लिए मदद भेजी है। हालांकि इजरायल की सेना जमीनी ऑपरेशन के लिए तैनात है। पीएम बेेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि वह हमास को नेस्तनाबूद कर देंगे।