Home खेल इंग्लैंड को डिफॉल्ट सेटिंग्स पर नहीं चलना चाहिए : नासिर

इंग्लैंड को डिफॉल्ट सेटिंग्स पर नहीं चलना चाहिए : नासिर

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नई दिल्ली.

इंग्लैंड की टीम भले ही वर्ल्ड कप की मौजूदा चैंपियन है, लेकिन टीम ने चैंपियन जैसा खेल अब तक वर्ल्ड कप 2023 में नहीं दिखाया है। जोस बटलर की कप्तानी वाली टीम चार में से तीन मैच हार चुकी है। शनिवार 21 अक्टूबर को इंग्लैंड की टीम को साउथ अफ्रीका के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा। 229 रनों से टीम मुकाबला हारी। इस पर टीम के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कहा है कि टीम ने कई फैसले गलत लिए, जिसमें टॉस और टीम कॉम्बिनेशन था।

इंग्लैंड की टीम के कप्तान जोस बटलर ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। उन्होंने टीम में तीन बदलाव किए। बेन स्टोक्स, डेविड विली और गस एटकिंसन को वे प्लेइंग इलेवन में लाए और उन्होंने लियाम लिविंगस्टोन, सैम करन और क्रिस वोक्स को बाहर कर दिया। उन्होंने मुंबई की गर्मी में पहले फील्डिंग चुनी। उधर, साउथ अफ्रीका ने 399 रन बोर्ड पर लगा दिए। इंग्लैंड की टीम ने आंकड़ों पर भरोसा किया, जबकि परिस्थितियों पर कोई ध्यान नहीं दिया, ये कहना है नासिर हुसैन का। उन्होंने स्काई स्पोर्ट्स पर कहा, "इंग्लैंड अपने फैसले गलत लेता रहता है। हमने टॉस जीता, लेकिन टीम का संतुलन गलत था। टीम में तीन बदलावों ने इंग्लैंड को पूरी तरह से उस लीक से दूर कर दिया है, जिस तरह से वे वर्षों से खेल रहे थे। वोक्स के पास कोई लय नहीं थी और सपाट पिच पर आप उन्हें बाहर छोड़ देते हैं और स्टोक्स को अंदर लाते हैं, मैं उस फैसले से सहमत हूं। मुझे टॉस का निर्णय और आंकड़ों पर निर्भरता पसंद नहीं है।"

नासिर हुसैन ने आगे कहा, "पिछली बार जब इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका दोनों खेले थे, तो वे लक्ष्य का पीछा करते हुए पिछड़ गए थे, इसलिए उन्हें सावधान रहने की जरूरत है कि वे किन आंकड़ों को देख रहे हैं। मुझे लगता है कि जोस (बटलर) का दिन भी अच्छा नहीं रहा, क्योंकि वे संघर्ष कर रहे थे। विली को ऐंठन हुई, स्टोक्स संघर्ष कर रहे थे, ब्रूक और टॉप्ली इलाज करा रहे थे, राशिद बीमार महसूस कर रहे थे। यह एक बुरा सपना था। इंग्लैंड को मैदान के बाहर अपने फैसले सही करने होंगे। प्रदर्शन की गुणवत्ता उतनी अच्छी नहीं थी, लेकिन मैदान से बाहर अपना निर्णय अच्छे लें।"
उन्होंने इयोन मोर्गन का उदाहरण दिया और कहा, "मैंने आंकड़ों के बारे में बहुत कुछ सुना है और इयोन मोर्गन ने भी आंकड़ों का उपयोग किया है, लेकिन वहां भी बहुत गट फीलिंग थी। आपको अपने निर्णय सही लेने की आवश्यकता है, केवल अपनी डिफॉल्ट सेटिंग्स पर ना जाएं। ऐसा लग रहा है कि इंग्लैंड को कोई आत्मविश्वास नहीं है। ये तीन हार उन्हें नुकसान पहुंचाएगी। यह पिछले विश्व कप में हुआ था, लेकिन आपको लगा कि यह एक ऐसी टीम थी, जिसमें आत्मविश्वास था और वे एक शैली और ब्रांड का क्रिकेट खेल रहे थे जहां वे वापसी कर सकते थे।"