रतलाम
रतलाम जिले की पांच विधानसभा सीटों पर दिलचस्प सियासी समीकरण बन रहे हैं। रतलाम जिले में कुल 5 विधानसभा सीटें (रतलाम, रतलाम ग्रामीण, सैलाना, जावरा और आलोट) हैं। सैलाना विधानसभा सीट पर रोचक मुकाबले के आसार नजर आ रहे हैं तो रतलाम में कई दावेदार कांग्रेस से टिकट की कतार में नजर आ रहे हैं। कुल मिलाकर रतलाम जिले की 5 विधानसभा सीटों पर एक धुंधली तस्वीर नजर आ रही है जिसके बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। एक नजर 5 विधानसभा सीटों पर बन रहे समीकरण पर…
रतलाम सीट पर क्या बन रहे समीकरण?
भाजपा ने रतलाम से चैतन्य कश्यप को टिकट देकर फिर से उन पर भरोसा जताया है। विधायक चैतन्य कश्यप की इस क्षेत्र में पिछले 15 वर्षों से पकड़ रही है। वहीं कांग्रेस से मयंक जाट की दावेदारी दिख रही थी लेकिन हाईकोर्ट ने उनके चुनाव लड़ने की अपील को खारिज कर दिया है। इससे कांग्रेस के भीतर दमदार उम्मीदवार की तलाश हो रही है। कांग्रेस में प्रभु राठौर, फैय्याज मंसूरी, पारस सकलेचा और फैय्याज दावेदारों की कतार में हैं। कुल मिलाकर रतलाम सीट पर चैतन्य कश्यप दमदार चेहरे हैं।
सैलाना सीट का हाल
सैलाना विधानसभा सीट की बात करें तो यहां दोनों पार्टी ने अपने अपने प्रत्याशी तय कर लिया। कांग्रेस से हर्ष विजय गहलोत और बीजेपी से संगीता चारेल मैदान में हैं। इससे पहले साल 2013 में संगीता चारेल के सामने कांग्रेस से हर्षविजय गहलोत थे। तब संगीता ने 47,662 मतों से जीत हासिल की थी। साल 2018 में बीजेपी ने संगीता से टिकट वापस लेकर नारायण मईडा को दे दिया था। मुकाबले में हर्ष विजय विजयी हुए थे। अब बीजेपी ने हर्ष विजय गहलोत के सामने संगीता विजय चारेल को दोबारा मैदान में उतार दिया है जिससे रोचक मुकाबले के आसार हैं। वहीं जायस से कमलेश डोडियार मैदान में हैं।
आलोट विधानसभा सीट
आलोट विधानसभा में कांग्रेस ने फिर से मनोज चावला पर भरोसा किया है। फिलहाल बीजेपी ने यहां अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। सूत्रों की मानें तो कर्नाटक राज्यपाल के पुत्र जितेंद्र गहलोत भी मैदान में उतरने की कोशिश में लगे हैं। पूर्व विधायक प्रेमचंद गुड्डू भी कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। विश्लेषकों का कहना है कि बागी प्रेमचंद गुड्डू कांग्रेस उम्मीदवार का खेल खराब कर सकते है। वहीं बीजेपी को फायदा मिल सकता है।
जावरा विधानसभा में समीकरण
विधानसभा जावरा की बात करें तो यहां राजेंद्र पांडेय मजबूत बताए जा रहे हैं। यहीं पर कालूखेड़ा के केके सिंह भी दावेदारी कर रहे हैं। करणी सेना के प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर की एंट्री भी हो गई है। इससे कांग्रेस और भाजपा पशोपेश में नजर आ रही हैं। कांग्रेस और भाजपा दोनों ने अब तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। केके सिंह सिंधिया गुट के बताए जाते हैं।
रतलाम ग्रामीण से क्या है हाल
विधानसभा रतलाम ग्रामीण विधानसभा सीट से कांग्रेस और भाजपा दोनों ने अपने प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं। तीन नेता दावेदारी कर रहे हैं। इसमें विधायक दिलीप मकवाना, पूर्व विधायक माथुरालाल डामर और एसडीओपी संदीप निगवाल शामिल हैं। अन्य नेताओं में लक्ष्मण सिंह डिंडोर, कोमल ध्रुवे और जायस नेता डॉक्टर अभय ओरी भी चुनाव में उतरने की तैयारी में हैं।