पटना
बिहार के किसानों के लिए आज एक अहम दिन है। बिहार में चौथा कृषि रोड मैप आज जारी कर दिया गया। इसमें 12 विभाग शामिल किए गए हैं। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू को धन्यवाद दिया। नीतीश कुमार ने कहा कि 'बिहार के लोगों के लिए ये खुशी की बात है कि द्वितीय कृषि रोड मैप की लॉन्चिंग के समय हमने तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को आमंत्रित किया। इसके बाद तीसरे कृषि रोड मैप के लिए हमने तब के राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द जी को आमंत्रित किया। तीसरे कृषि मैप की शुरुआत उनके आगमन के बाद हुई।'
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से बोले नीतीश- पता है आप आई कहां हैं?
इसके बाद सीएम नीतीश ने आगे की बात कहनी शुरू की। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू से कहा कि 'ये बहुत खुशी की बात है कि आज चतुर्थ कृषि रोड मैप की शुरुआत हो रही है। सबसे पहले मैं महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू का अभिनंदन करता हूं। इनसे हमने अनुरोध किया और इन्होंने हमारा आग्रह स्वीकार किया। ये बहुत खुशी की बात है कि प्रथम राष्ट्रपति की भूमि पर… आप राष्ट्रपति के रूप में आई हैं, ये भूमि किसकी है? इस देश के प्रथम राष्ट्रपति हैं ये उनकी भूमि हैं और आप उन्हीं की भूमि पर आई हैं।'
इसलिए पड़ी चौथे कृषि रोड मैप की जरुरत- नीतीश
सीएम नीतीश ने बताया कि 'तीसरे कृषि रोड मैप में इतना हुआ कि फसलों के साथ-साथ फल, सब्जी दूध, दही, अंडा, मछली का उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया गया। इसके बाद तीसरे रोड मैप को हमने 2017 से 2022 तक के लिए किया। इसके बाद इसे एक साल के लिए बढ़ाया गया 2023 तक के लिए। फिर हमने इसका एनालिसिस किया। लेकिन कुछ चीजों में कमी दिखी। इसीलिए हमलोगों ने चौथे कृषि रोड मैप का मन बनाया। इसके लिए हमने किसानों से भी राय ली। जो भी काम बचा हुआ है, उसके लिए हमने चौथे कृषि रोड मैप की शुरूआत की है।'