जयपुर.
राजस्थान के सांचोर में विधानसभा चुनाव को लेकर टिकट वितरण के बाद अब बीजेपी में विरोध का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब सांचौर मंडल के बीजेपी के 18 महामंत्रियों ने सामूहिक स्थिति पर का पत्र भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को भेजा गया है।
दरअसल विधानसभा क्षेत्र में सांसद देवजी पटेल के टिकट की घोषणा के बाद भाजपा में घमासान जारी है। आज सांचोर विधानसभा के 18 मंडल महामंत्रियों ने सामूहिक इस्तीफा देकर भाजपा नेतृत्व को संदेश दे दिया है कि अपनी गलती सुधारें। ऐसे में लग रहा है कि क्या सांसद देवजी पटेल का टिकट कट सकता है।
जानकारी के अनुसार आज सांचोर विधानसभा क्षेत्र के जिन 18 मंडल महामंत्रियों ने इस्तीफा दिया है। उनमें भरतदास संत सांचोर नगर, लक्ष्मीचंद जीनगर सांचोर नगर, माधु सिंह विरोल सांचोर ग्रामीण, प्रभुराम कोली सांचोर ग्रामीण, महा देवाराम चौधरी अरण्या, मंगल सिंह जोजावत अरण्या, सांवलाराम चौधरी अरण्या, गणपत लाल पुरोहित सत्यपुर, गजेंद्र सिंह कारोल सत्यपुर, कृष्णदास संत केसुरी, हुकम सिंह खावड़िया चितलवाना, हनुमान सैन चितलवाना, नेमाराम कोली चितलवाना, तेजपाल सिंह टांपी डूंगरी, अर्जुनराम माली टांपी डूंगरी, डालूराम मेघवाल टांपी डूंगरी और रमेश कुमार केसुरी सहित सभी ने सामूहिक इस्तीफा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी को सौंप दिया है।
संगठन ने भाजपा कार्यकर्ताओं की भावनाओं को किया दरकिनार
इस्तीफा देने वाले सभी मंडल महामंत्रियों ने प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी को लिखा है कि संगठन ने भाजपा कार्यकर्ताओं की भावनाओं को दरकिनार करते हुए अप्रत्याशित रूप से सांसद देवजी पटेल को सांचोर से विधानसभा प्रत्याशी बनाया है। सभी ने यह भी लिखा है पांच वर्षों से पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी और पूर्व प्रत्याशी दानाराम चौधरी का साथ और सहयोग भाजपा संगठन के प्रत्येक कार्य में रहा है।
जीवाराम चौधरी और पूर्व प्रत्याशी दानाराम चौधरी का समर्थन
इस्तीफा देने वाले सभी मंडल महामंत्रियों का कहना है कि मतदाताओं की भावना जीवाराम चौधरी और पूर्व प्रत्याशी दानाराम चौधरी के साथ है, सभी भारी मन से इस्तीफा दे रहे हैं। सांचोर में देवजी पटेल के टिकट की घोषणा के बाद मचा घमासान व विरोध रुक नहीं रहा, इससे लग रहा है कि सांसद महोदय केलिए यहां की राह आसान नहीं है। ऐसे में प्रश्न यह भी है कि क्या भाजपा नेतृत्व इतने भारी विरोध को दरकिनार करते हुए देवजी का टिकट कायम रखेंगे या जनभावनाओं के अनुरूप बदलाव करेंगे। कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर नेतृत्व ने उनकी बात नहीं मानी को भाजपा को नुकसान होगा। बता दें कि ज्ञात हो भाजपा को सबसे बड़ा झटका सांचोर विधानसभा से से लगा है। देवजी पटेल के टिकट की घोषणा के बाद आज 18 मंडल महामंत्रियों के इस्तीफे से पूर्व पार्टी के छह मंडल अध्यक्षों ने पार्टी के उम्मीदवारों की पसंद के खिलाफ विद्रोह का प्रदर्शन करते हुए एक साथ इस्तीफा दिया है
सांसद देवजी पटेल की उम्मीदवारी का विरोध
विवाद की मुख्य जड़ सांचोर सांसद देवजी पटेल की उम्मीदवारी ही है, जिनके नामांकन का स्थानीय स्तर पर भारी विरोध हो रहा है उल्लेखनीय है कि पार्टी नेतृत्व को सांचोर में देवजी पटेल से बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन उन्हें उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारने के फैसले को स्थानीय पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से जोरदार विरोध का सामना करना पड़ा है, यह पार्टी केलिए अच्छा संकेत नहीं
है। लोगों का कहना है स्थानीय उम्मीदवारों की अनदेखी की गई है। इस असंतोष की परिणति सांचोर विधानसभा क्षेत्र से छह मंडल अध्यक्षों के सामूहिक इस्तीफे के रूप में हो चुकी है, आज 18 इस्तीफे सीपी जोशी को भेजे गए हैं। लोगों का यह भी कहना है कि यह तो शुरुआत है। कल शनिवार को पांच मंडल अध्यक्ष की स्थिति के बाद भाजपा ने नए पांच मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति कर दी लेकिन अब इसके बाद 18 महामंत्रियों की ओर से इस्तीफा दिया गया है ऐसे में आप सवाल यह है कि अब बीजेपी हाई कमान इसके बाद और क्या फैसला लेगा क्या टिकट पर पुनर्विचार होगा या फिर इन महामंत्रियों की जगह भी नए लोगों की नियुक्ति की जाएगी।