नईदिल्ली
अफगानिस्तान ने आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के 13वें मुकाबले में डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड को 69 रन से हराकर बड़ा उलटफेर किया है। इंग्लैंड की टीम की विश्व कप में ये दूसरी हार है। इससे पहले इंग्लैंड को पहले मैच में न्यूजीलैंड से हार का सामना करना पड़ा था। इंग्लैंड को एक जीत बांग्लादेश के खिलाफ मिली है। अफगानिस्तान की तीन मैचों में ये पहली जीत है। इससे पहले टीम को बांग्लादेश और भारत के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। अफगानिस्तान ने इंग्लैंड के खिलाफ मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 49.5 ओवर में सभी विकेट खोकर 284 रन बनाए। इसके जवाब में इंग्लैंड की टीम 40.3 ओवर में 215 रन ही बना सकी। इंग्लैंड की ओर से हैरी ब्रूक ने सर्वाधिक 66 रन बनाए। अफगानिस्तान के लिए मुजीब उर रहमान, राशिद खान ने तीन और नबी ने दो विकेट लिए।
285 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही। टीम ने दूसरे ही ओवर में जॉनी बेयरस्टो का विकेट गंवाया। बेयरस्टो दो रन ही बना सके। स्टार बल्लेबाज जो रूट 11 रन का ही योगदान दे पाए। मुजीब ने उन्हें क्लीन बोल्ड किया। डेविड मलान ने 32 रन बनाए। कप्तान जोस बटलर भी कुछ कमाल नहीं दिखा सके और 18 गेंद में 9 रन बनाकर आउट हुए। लियाम लिविंगस्टोन 14 गेंद में 10 रन ही बना सके। इंग्लैंड ने 117 के स्कोर पर पांच विकेट गंवा दिए थे। सैम करन ने 10 रन बनाए। क्रिस वोक्स 9 रन पर कैच आउट हुए। इसके बाद हैरी ब्रूक का बड़ा विकेट गिरा। मुजीब ने उन्हें कैच आउट करवाया। ब्रूक ने 61 गेंद में 66 रन की पारी खेली।
अफगानिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले में 49.5 ओवर में सभी विकेट खोकर 284 रन बनाए हैं। अफगानिस्तान के लिए रहमानुल्लाह गुरबाज ने सर्वाधिक 80 रन बनाए। इंग्लैंड के लिए आदिल रशीद ने तीन विकेट चटकाए। पहले बल्लेबाजी करने उतरी अफगानिस्तान की शुरुआत अच्छी रही। सलामी बल्लेबाज रहमानुल्लाह गुरबाज और इब्राहिम जादरान के बीच पहले विकेट के लिए 114 रन की साझेदारी हुई। जादरान 28 रन बनाकर आउट हुए। रहमात शाह तीन रन ही बना सके। इसके बाद रहमानुल्लाह गुरबाज 80 के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट गए। अजमतुल्लाह उमरजई 24 गेंद में 19 रन बनाए। हशमतुल्लाह शाहिदी 14 रन ही बना सके। मोहम्मद नबी 9 रन ही बना सके।
इंग्लैंड के लिए 'घर के भेदी' बने जोनाथन ट्रॉट
ट्रॉट ने इंग्लैंड के लिए 'घर के भेदी' जैसा काम किया है. बता दें कि कि जोनाथन ट्रॉट इस समय अफगानिस्तानी टीम के हेड कोच हैं. 42 साल के इस दिग्गज ने इंग्लैंड के लिए 8 साल (2007 से 2015) क्रिकेट खेला है. 2011 वनडे वर्ल्ड कप भारत में ही हुआ था. तब ट्रॉट ने इंग्लैंड के लिए उस सीजन में सबसे ज्यादा 422 रन बनाए थे. उस दौरान उनका एवरेज भी 60.28 का रहा था और 5 फिफ्टी जमाई थीं.
इस बार भी वर्ल्ड कप भारत में हो रहा है. ऐसे में ट्रॉट के पास जो भारतीय पिचों का बेहतर अनुभव है, वो उन्होंने अफगानिस्तान को दिया और अपनी ही इंग्लैंड टीम को शिकस्त दी. ट्रॉट अपनी इंग्लिश टीम की प्लानिंग, खिलाड़ियों और स्टाफ से बेहतर तरीके से वाकिफ हैं. वो इंग्लिश प्लेयर्स की बेहतर परख रखते हैं.
अफगानिस्तानी खिलाड़ियों ने ट्रॉट के इसी अनुभव का फायदा उठाया और इंग्लैंड के खिलाफ तगड़ी तैयारी की थी, जो मैच में उनके काम आई. ट्रॉट ने दमदार अंदाज में स्पिनर्स का जाल बिछाया, जिसमें इंग्लैंड टीम फंस गई. ट्रॉट ने अफगानी बल्लेबाजों को भी इंग्लैंड के गेंदबाजों के खिलाफ बेहतर तरीके से तैयार किया था.
अफगानिस्तान ने इस तरह इंग्लैंड को पटका
इसका फायदा रहमानुल्लाह गुरबाज और विकेटकीपर बल्लेबाज इकरम अली खिल ने उठाया. गुरबाज ने 80 और इकरम ने 58 रनों की तूफानी पारी खेली. जिसके दम पर अफगानिस्तान ने 284 रनों का स्कोर बनाया. इसके बाद इंग्लैंड को फिरकी के जाल में फंसाते हुए 40.3 ओवरों में ही 215 रनों पर समेट दिया.
अफगानिस्तान के लिए ऑफ स्पिनर मुजीब उर रहमान और राशिद खान ने 3-3 विकेट झटके. जबकि मोहम्मद नबी को 2 सफलता मिली. इस तरह मैच में अफगानी स्पिनर्स ने कुल 8 विकेट झटके. जबकि तेज गेंदबाज वीन उल हक और फजलहक फारूकी ने 1-1 विकेट अपने नाम किया. बता दें कि अफगानिस्तानी टीम के मेंटर पूर्व भारतीय ऑलराउंडर अजय जडेजा हैं.
जोनाथन ट्रॉट का क्रिकेट करियर
52 टेस्ट – 3835 रन – 9 शतक
68 वनडे – 2819 रन – 4 शतक
7 टी20 – 138 रन – 1 फिफ्टी
एक दिन पहले ही ट्रॉट ने दी थी इंग्लैंड को वॉर्निंग!
ट्रॉट ने एक दिन पहले ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में इंग्लैंड की टीम को वॉर्निंग दे दी थी. उन्होंने कहा था, 'इस अफगान टीम में दुनिया की किसी भी टीम को हराने का माद्दा है. हम हर मैच में जीत के इरादे से उतरते हैं और हमें लगता है कि हम जीत सकते हैं. ऐसा नहीं है कि हम सारे मैच जीत जाते हैं. बांग्लादेश से मिली हार से हम निराश हैं.'
उन्होंने कहा, 'अतीत में हमने बेहतर प्रदर्शन किया है. पहले मैच में प्रदर्शन निराशाजनक रहा. हमें निरंतरता पर काम करना होगा. 100 ओवरों के क्रिकेट में 70 से 80 प्रतिशत सही रहना जरूरी है. हमें आगे बल्ले और गेंद से बेहतर प्रदर्शन करना होगा शुरूआती विकेट लेकर दबाव बनाना जरूरी है. हमें नई गेंद से अच्छा प्रदर्शन करना होगा जो हम नहीं कर पा रहे हैं.'