नई दिल्ली
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक स्थानीय अदालत को बताया कि अब रद्द हो चुकी दिल्ली की शराब नीति के क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी (आप) नेता संजय सिंह को जांच एजेंसी की हवालात से स्थानांतरित करने का उसका कोई इरादा नहीं है। ईडी की ओर से अदालत में यह बात सिंह के इस आरोप के जवाब में कही गई कि उन्हें प्रताड़ित करने के लिए बिना सीसीटीवी वाले पुलिस लॉकअप में स्थानांतरित करने के लिए झूठे आधार बनाए गए हैं।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने विशेष न्यायाधीश विकास ढुल के समक्ष कहा कि उसने ईडी कार्यालय लॉकअप में कीट नियंत्रण कार्य के कारण सिंह को तुगलक रोड पुलिस थाने के लॉकअप में स्थानांतरित करने की योजना बनाई थी, लेकिन अब इसकी आवश्यकता नहीं है क्योंकि प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। न्यायाधीश ने ईडी की दलील पर गौर करने के बाद सिंह के आवेदन को "निरर्थक" बताते हुए उसका निस्तारण कर दिया।
बता दें कि संजय सिंह को प्रवर्तन निदेशालय ने 2021-22 दिल्ली आबकारी नीति मामले से जुड़ी धनशोधन जांच के सिलसिले में चार अक्टूबर को गिरफ्तार किया था, जो राष्ट्रीय राजधानी की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के लिए एक बड़ा झटका था। उन्होंने पत्रकारों से कहा, “यह मोदीजी का अन्याय है। वह (मोदी) चुनाव हार जाएंगे, वह (मोदी) चुनाव हार रहे हैं।” इसके बाद विशेष न्यायाधीश एम. के. नागपाल ने सिंह को 10 अक्टूबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया, ताकि संघीय जांच एजेंसी उनसे पूछताछ कर सके।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा थाकि विपक्षी नेताओं और दलों पर नकेल कसने और धमकी देने की कोशिश के तहत उनके खिलाफ गलत मामले थोपे जा रहे हैं और ‘‘डर का माहौल'' पैदा किया जा रहा है जो देश के लिये अच्छा नहीं है। आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख ने केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की गई कई छापेमारी की कार्रवाई पर पत्रकारों के सवालों के जवाब में ये बातें कहीं। सिंह के खिलाफ लगे आरोपों के बारे में पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा, ‘‘सबकुछ गलत है। सारे बयान झूठे हैं।''