लंदन
स्तन कैंसर या ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) वह कैंसर है जो ब्रेस्ट की सेल्स में बनता है। कैंसर तब शुरू होता है जब ब्रेस्ट सेल्स नियंत्रण से बाहर होने लगती हैं। ब्रेस्ट कैंसर लगभग पूरी तरह से महिलाओं में होता है, लेकिन दुर्लभ मामलों में पुरुषों को भी हो सकता है। ब्रेस्ट कैंसर दुनिया भर में सबसे आम प्रकार के कैंसर में से एक है। स्तन कैंसर से पीड़ित अधिकांश महिलाओं की उम्र 50 वर्ष से अधिक है, लेकिन कम उम्र की महिलाएं भी इससे प्रभावित हो सकती हैं।
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
डॉ. कार्तिक केएस, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, केएमसी अस्पताल मैंगलोर के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर का सबसे पहला ध्यान देने योग्य लक्षण ब्रेस्ट में दर्द रहित गांठ है। ब्रेस्ट में अधिकतर गांठें कैंसर रहित होती हैं, लेकिन डॉक्टर हमेशा सलाह देते हैं कि जांच कराना बेहतर उपाय है। यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए।
- गांठ के आकार का अचानक बढ़ना
- एक या दोनों ब्रेस्ट का आकार या आकृति में कोई परिवर्तन
- किसी भी बांह में कोई गांठ या सूजन
- निपल से कोई भी स्राव या आसपास कोई दाने
ब्रेस्ट कैंसर से जुड़े मिथ
ब्रेस्ट कैंसर को लेकर लोगों में कुछ मिथक भी हैं जिनकी सच्चाई आपको जानना जरूरी है। उदाहरण के लिए अगर परिवार में किसी को ब्रेस्ट कैंसर था तो आने वाली नस्ल को भी ओ सकता है, गलत साइज का ब्रा पहनने से ब्रेट्स कैंसर हो सकता है या फिर स्मोकिंग या तंबाकू का सेवन ब्रेस्ट कैंसर से जुड़ा है। डॉ. कार्तिक केएस, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, केएमसी अस्पताल, मैंगलोर आपको बता रहे हैं कि क्या गलत साइज का ब्रा पहनने से ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है या फिर यह सिर्फ एक मिथक है।
क्या ब्रा पहनने से ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है?
डॉक्टर के अनुसार, ब्रा पहनने से ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है, यह केवल एक मिथक है और इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। ब्रेस्ट कैंसर के कई ज्ञात जोखिम कारक हैं, और उन्हें समझने से रोकथाम और शीघ्र पता लगाने में मदद मिल सकती है। उम्र और लिंग बड़े जोखिम कारक हैं, वृद्ध व्यक्ति और महिलाएं अधिक संवेदनशील होते हैं। स्तन कैंसर के केवल 1% मामले पुरुषों में होते हैं।
ब्रा पहनना और कैंसर का को संबंध नहीं
मोटापा एक अन्य जोखिम कारक है, लेकिन इसका ब्रा पहनने से कोई संबंध नहीं है। कुछ लोगों का मानना है कि ब्रा पहनना, खासकर अगर जिनके ब्रेस्ट बड़े हैं, उन्हें ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। हालांकि यह एक गलतफहमी है। मोटापा अपने आप में एक जोखिम कारक है, और जीवनशैली में बदलाव के जरिए इसे रोका जा सकता है। डॉक्टर ने बताया कि वैज्ञानिक रूप से इस बात का कोई विश्वसनीय सबूत नहीं है कि ब्रा पहनने से यह होता है। मिथकों के बजाय सटीक जानकारी पर भरोसा करना और स्तन कैंसर की रोकथाम और शीघ्र पता लगाने के लिए जांच कराना जरूरी है।