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बरेली में मुस्लिमों के उत्पीड़न से कई हिन्दू परिवार पलायन को मजबूर? घरों पर लगे मकान बिकाऊ के पोस्टर

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बरेली
 
बरेली जिले में आंवला थाना क्षेत्र के गांव मऊचंदपुर में हिन्दू पक्ष के लोगों ने अपने मकानों के बाहर मकान बिकाऊ हैं के फ्लैक्स लगा दिए। इसमें लिखा है कि मुस्लिमों के उत्पीड़न से कई हिन्दू परिवार  सूचना पर प्रशासन में हड़कम्प मच गया। 12 घरों पर मकान बेचकर गांव से पलायन करने के फ्लैक्स लगे होने के फोटो व वीडियो वायरल होने लगे। पुलिस और लेखपाल ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की। कोतवाल ने उन्हें समझा-बुझाकर फ्लैक्स उतरवा दिए हैं। शिकायत कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह और हिन्दू जागरण मंच कार्यकर्ताओं ने उच्च अधिकारियों से की है।

गांव मऊचंदपुर में पिछले काफी दिनों से कब्रिस्तान की जगह में बाउंड्रीवॉल के निर्माण को लेकर दो समुदायों के बीच विवाद चल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि कब्रिस्तान की जगह को बढ़ाकर बनाया जा रहा है। वह यहां पर रामलीला, जागरण आदि प्रोग्राम करते हैं। दीवार आगे बढ़ाकर लगाने से यह कार्यक्रम नहीं हो सकेंगे। यहां रायसती देवी का मंदिर भी है और रास्ते की चौड़ाई भी काफी कम है। इसको लेकर पिछले दिनों कैबिनेट मंत्री तथा एसडीएम को शिकायतें भी की गई थी। ग्रामीणों की शिकायत रही कि पुलिस प्रशासन ने रातों-रात दीवार का निर्माण शुरू करा दिया। उनका कहना है कि हमें न्याय नहीं मिला, इसलिए हम मकान बेचकर गांव से पलायन करने को मजबूर हैं। गांव में पोस्टर लगे होने की खबर मिलते ही रामनगर चौकी प्रभारी लल्लू गिरी पुलिस लेकर मौके पर पहुंच गए। लेखपाल श्री दत्त शर्मा भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बात की।

ग्राम प्रधान कैसर अंसारी ने बताया कि ग्राम समाज भूमि गाटा संख्या 435 में कब्रिस्तान दर्ज है। उसके बराबर में इसी नम्बर जमीन की जमीन में आम रास्ता है, उसके बाद गाटा 430 में मंदिर और हिन्दू समाज के लोगों के मकान हैं। वह कब्रिस्तान की जमीन पर बाउन्ड्री करा रहे हैं, जिसकी पैमाईश भी प्रशासन द्वारा की जा चुकी हैं।

एसडीएम आंवला गोविंद मौर्य ने बताया कि कुछ लोग अपनी राजनीति चमकाने को ऐसा कर रहे हैं जो भूमि कब्रिस्तान के नाम पर है, उस पर बाउंड्री का निर्माण हुआ है। टीम भेजकर पैमाइश भी कराई गई, जिसमें मामला सही पाया गया। यह भूमि ग्राम समाज की सुरक्षित श्रेणी में दर्ज है। बिना शासन की अनुमति को इसे न तो किसी को दिया जा सकता है और न ही इसको को बदला जा सकता है।

आंवला कोतवाल सतीश कुमार ने बताया कि मऊचन्दपुर के ग्रामीणों से वार्ता हो गई है, उनका कहना है कि मकान बेचने के लिए किसी ने जोर जबरदस्ती नहीं की है। भूमि सम्बंधी जांच और पुन: पैमाइश चाहते हैं। उन्होनें अपने मकानों से फ्लैक्स हटा लिए हैं।