रांची.
एमजीएम अस्पताल के मेडिसिन विभाग की लिफ्ट में मंगलवार दोपहर एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। लेकिन ड्यूटी पर मुस्तैद होमगार्ड जवान ने उसकी जान बचा ली। एमजीएम अस्पताल के मेडिसिन विभाग की लिफ्ट में मंगलवार दोपहर एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। लेकिन ड्यूटी पर मुस्तैद होमगार्ड जवान ने उसकी जान बचा ली।
युवक की पहचान पंकज कुमार, गम्हरिया निर्मल पथ के रूप में हुई है। वह मूल रूप से बोकारो का रहने वाला है और गम्हरिया में किराए पर रहता है। घटना की जानकारी साकची पुलिस को दी गई है। युवक ने बताया कि वह शराब पीता है। आर्थिक और पारिवारिक कारणों से कुछ दिनों से डिप्रेशन में है। इस कारण उसके सीने में भी कुछ दिन से दर्द हो रहा है। इसका इलाज कराने के लिए वह मंगलवार को एमजीएम आया था। इलाज के बाद उसने मेडिसिन विभाग की लिफ्ट में जाकर फांसी लगाने का प्रयास किया, लेकिन वहां तैनात होमगार्ड जवान ने उसे देख लिया और लिफ्ट में घुसकर जान बचा ली। युवक ने बताया कि उसपर कर्ज भी है, जिसे वह चुकाने में असमर्थ है। क्योंकि फिलहाल बेरोजगार है। उसका ई-श्रम कार्ड भी बना है। साकची पुलिस ने मामले की जानकारी गम्हरिया थाने को दी है, ताकि उसके घरवालों को सूचना मिल सके।
चार दिन पहले बाथरूम में मरीज ने लगाई थी फांसी
चार दिन पहले एमजीएम इमरजेंसी के बाथरूम में एक मरीज ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतक मिंटू मांझी पुरुलिया के कांताडीह का रहने वाला था। वह कोलकाता के रवींद्र भारती विवि से एमए कर रहा था और घर पर बच्चों को भूगोल का ट्यूशन पढ़ाता था। इससे पहले उसने ट्रेन से कटकर और उसके बाद पेड़ से फांसी लगाने का भी प्रयास किया था, लेकिन उसे बचा लिया गया था।