Home राज्यों से गांवों की ओर लौटेगी भाजपा, ग्रामीण वोटरों पर फोकस

गांवों की ओर लौटेगी भाजपा, ग्रामीण वोटरों पर फोकस

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जयपुर.

शहरी इलाकों की पार्टी समझी जाने वाली भाजपा अब राजस्थान (Rajasthan) के गांव में अपना जनाधार मजबूत करेगी। ग्रामीणों मतदाताओं तक पहुंचने के लिए भाजपा (BJP) 'चलो गांव की ओर' अभियान शुरू करने जा रही है। इस अभियान के तहत भाजपा नेता गांवों में रात्रि विश्राम और चौपाल करेंगे। ग्रामीणों के साथ चाय पर चर्चा भी की जाएगी।

दरअसल, राजस्थान में विधानसभा चुनाव होना है। चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां दमखम लगा रहीं है। नई-नई रणनीति बनाकर मैदान में उतरा जा रहा है। सियासी हलकों में कहा जाता है कि भाजपा शहरी पार्टी है। ग्रामीण इलाकों की तुलना में शहरी क्षेत्र में पार्टी का ज्यादा प्रभाव है। अब इस मिथक को तोड़ने के लिए भाजपा चलो गांव की ओर अभियान शुरू करने की जा रही है। अगले एक दो दिन में इसकी शुरुआत हो सकती है।

छोटे-बड़े नेता करेंगे पंचायत में करेंगे रात्रि विश्राम
इस अभियान के जरिए भाजपा प्रत्येक ग्राम पंचायत और बूथ स्तर तक अपनी पहुंच बनाएगी। पार्टी का छोटा-बड़ा नेता गांव में रात्रि विश्राम करेगा। दिन में गांव में घूम-घूमकर ग्रामीणों के साथ चाय पर चर्चा और शाम को चौपाल पर संवाद करेंगे। इस दौरान ग्रामीणों को मोदी सरकार की योजनाओं की जानकारी दी जाएगी, साथ ही जनता से सुझाव भी लिए जाएंगे। अब तक सामने आए नामों के अनुसार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह, प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी, राजेंद्र राठौर, सतीश पूनिया समेत अन्य नेता इस अभियान का हिस्सा बनेंगे। 

अमित शाह की बैठक में अभियान पर बनी सहमति
सूत्रों की माने तो इस अभियान पर बीते दिनों जयपुर में हुई भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह की बैठक में सहमति बनी। इसके बाद इस अभियान को अमलीजामा पहनाया गया। भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष और पूर्व सांसद नारायण पंचारिया ने अभियान को लेकर कहा कि हफ्ते दस दिन में प्रदेश के गांवों तक भाजपा छा जाएगी। एक दो दिन में इस अभियान की शुरुआत होने जा रही है।

क्या हैं अभियान के मायने?
चुनावी मौसम में यह अभियान भाजपा के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। इस अभियान के तहत भाजपा नेता ग्रामीणों को केंद्र सरकार की योजनाओं की जनकारी देंगे। उनके साथ चाय पर चर्चा कर समय बिताएंगे। हालांकि, चुनावी साल में इस तहर के अभियान शुरू करना काफी आम माना जाता है, लेकिन मोदी सरकारा की ऐसी कई योजनाएं हैं जिनका ग्रामीणों और किसानों को सीधा लाभ मिला है। इनमें जनधन, उज्जवला, पीएम आवास, हर घर शोचालय, मुफ्त राशन और किसान समृद्धि समेत अन्य योजनाओं से ग्रामीणा क्षेत्र के लोग सीधे जुड़े हैं। भाजपा राजस्थान का विधानसभा चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ रही है। ऐसे में अगर भाजपा ग्रामीणा मतदाताओं तक अपनी पहुंच बनाती है तो चुनाव में इसका असर जरूर देखने को मिल सकता है।