डिंडोरी
कलेक्टर विकास मिश्रा ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित जनुसनवाई में आवेदकों की शिकायतें सुनीं। इस दौरान अपर कलेक्टर सरोधन सिंह, एसडीएम डिंडौरी रामबाबू देवांगन सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। जनसुनवाई में आवेदकों के द्वारा अपनी विभिन्न शिकायतों के 68 आवेदन प्रस्तुत किए गए। कलेक्टर ने आवेदन पत्रों की सुनवाई करते हुए आवदेकों की समस्याओं का तत्काल निराकरण किया। जिन आवेदन पत्रों का निराकरण नहीं हो पाया, उनके निराकरण के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को समय-सीमा दे दी गई है।
जनसुनवाई में ग्राम खुद्दुरपानी निवासी श्रीमती अमरवती बाई पति स्व. मुन्नालाल ने आवेदन पत्र प्रस्तुत कर पति की मृत्यु होने पर संबंल योजना के तहत दी जाने वाली अनुग्रह सहायता राशि की मांग की है। श्रीमती अमरवती ने बताया कि संबंल योजना अंतर्गत पात्र होने के बाद भी जनपद पंचायत अमरपुर के द्वारा गड़बड़ी कर उक्त सहायता राशि से वंचित कर दिया गया है। कलेक्टर मिश्रा ने एसडीएम डिंडौरी एवं मुख्यकार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत अमरपुर को उक्त प्रकरण की जांच कर हितग्राही की अनुग्रह सहायता राशि दिलाने व गड़बड़ी करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
इसी प्रकार से ग्राम खुड़िया निवासी उत्तम सिंह ने आवेदन पत्र प्रस्तुत कर बताया कि उसे नर्मदा इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल डिंडौरी से पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति का भुगतान नहीं हुआ है। कलेक्टर मिश्रा ने पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधिकारी को उक्त प्रकरण की जांच कर छात्रवृत्ति दिलाने के निर्देश दिए हैं। ग्राम नएगांव ग्राम पंचायत पोंडीमाल से हरवंश लाल ने जनसुनवाई में आवेदन देकर बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में उसका नाम आ गया था, बावजूद इसके सूची से नाम हटा दिया गया है। हरवंश लाल ने प्रधानमंत्री आवास योजना से लाभांवित कराने की मांग की है।
ग्राम पंचायत चिरपोटी से पंच बलमत, रामसेवक और श्रीमती सरस्वती बाई ने आवेदन पत्र पस्तुत करते हुए ग्राम पंचायत चिरपोटी के सरपंच व सचिव पर शासन की राशि का दुरूपयोग करने की शिकायत की है। कलेक्टर ने मुख्यकार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मेंहदवानी को इस प्रकरण की जांच कर संबंधितों के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जनसुनवाई में प्राप्त सभी आवेदनों पत्रों का शीघ्र निराकरण के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। साथ ही आवेदनों का निराकरण कर आवेदनकर्ता को अवगत कराने को भी कहा है।