लंदन
भारत में वांछित और भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी को ब्रिटेन की सबसे बड़ी और भीड़भाड़ वाली जेलों में से एक से लंदन में निजी तौर पर संचालित होने वाली एक जेल में स्थानांतरित किया गया है. नीरव भारत में धोखाधड़ी और धन शोधन के मामलों में वांछित है.
52 वर्षीय पूर्व अरबपति नीरव मोदी को असफल प्रत्यर्पण अपील कार्यवाही के संबंध में लंदन में उच्च न्यायालय द्वारा लगाए गए 150,247.00 पाउंड के जुर्माने के संबंध में मजिस्ट्रेट की अदालत में सुनवाई के लिए पेश होना था. हालांकि मामले को अंतिम क्षण में नवंबर तक के लिए स्थगित करना पड़ा क्योंकि तकनीकी कारणों की वजह से नीरव पूर्वी लंदन में बार्किंगसाइड मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश नहीं हो सका था.
जेल से फरार हो गया था आतंकी डैनियल
अदालत के एक अधिकारी ने कहा, 'उसे आंतरिक स्थानांतरण के तहत एचएमपी (हिज मैजेस्टी प्रिजज) वैंड्सवर्थ से एचएमपी टेम्ससाइड में स्थानांतरित कर दिया गया था, जिसके बारे में अदालत को आज तक जानकारी नहीं थी.' दरअसल, वैंड्सवर्थ जेल से एक संदिग्ध आतंकवादी डैनियल ख़लीफ़ फरार हो गया था जिसके बाद उसकी तलाशी के लिए अभियान शुरू किया गया था. ऐसा माना जाता है कि खलीफ जेल की रसोई में काम करते समय भोजन बांटने वाली लॉरी के निचले हिस्से में खुद को बांधकर भाग गया था. भागने के तीन दिनों के अंदर उसे लंदन के नॉर्थोल्ट में मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने पकड़ लिया.
गिरफ्तारी के समय डैनियल के पास एक मोबाइल फोन और एक बैग था जिसमें पैसे और रसीदें रखी हुईं थीं, जिससे पता चलता है कि उसने कपड़े खरीदे थे और मोबाइल फोन उधार लिया था. इस घटना के बाद नीरव को स्थानांतरित करने की सूचना मिली है. हालांकि डैनियल को बाद में पकड़कर जेल में डाल दिया गया. जेल से कैदी के भागने की इस घटना ने वैंड्सवर्थ में कथित तौर पर कर्मचारियों की कमी और भीड़भाड़ को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए थे. नीरव मोदी को मार्च 2019 में प्रत्यर्पण वारंट पर गिरफ्तारी के बाद से इसी जेल में रखा गया था.
ब्रिटेन के न्याय मंत्री एलेक्स चैक ने इस महीने की शुरूआत में कहा था सुरक्षा में चूक के बाद जेल से 40 कैदियों को स्थानांतरित किया गया. अब प्रतीत होता है कि नीरव भी उन 40 कैदियों में था और दक्षिण पश्चिम लंदन में उसे अब टेम्ससाइड जेल में रखा गया है और इस जेल में भी कथित रूप में अधिक संख्या में कैदी बंद हैं. हालांकि, जेल में सुरक्षा का स्तर पहले वाला ही रहेगा.
लंदन की एकमात्र निजी जेल
एचएमपी थेमसाइड लंदन की एकमात्र निजी जेल है, जिसमें लगभग 1,232 दोषी और ऑन-रिमांड वाले पुरुष कैदियों को रखा जा सकता है. अपेक्षाकृत नई-निर्मित जेल के रूप में यह मार्च 2012 में बनकर तैयार हुई और इसे सर्को नाम की फर्म द्वारा चलाया जाता है. पिछले साल, नीरव अनुमानित 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ऋण घोटाला मामले में भारत प्रत्यर्पित किए जाने के खिलाफ ब्रिटेन की सर्वोच्च अदालत में अपनी कानूनी लड़ाई हार गया था. हालांकि बाद में कानूनी प्रक्रिया भी जारी रही है.
कंगाल हो चुका है नीरव
दरअसल पंजाब नेशनल बैंक को चूना लगाने वाला भगोड़ा नीरव मोदी कंगाल हो गया है. लंदन में उसके पास अपने लीगल खर्चे उठाने तक के पैसे नहीं है और वो उधार के सहारे काम चल रहा है. इसी साल मार्च में आखिरी प्रक्रियात्मक सुनवाई में, बार्किंगसाइड मजिस्ट्रेट कोर्ट के मजिस्ट्रेटों ने नीरव मोदी की उस याचिका को स्वीकार कर लिया था कि जिसमें उसने उधार ली गई धनराशि का उपयोग करके प्रति माह 10,000 ब्रिटिश पॉन्ड का भुगतान करने की अनुमति मांगी थी. इसके लिए उसने भारत में अपनी संपत्ति जब्त होने के कारण अपनी वित्तीय कठिनाइयों का हवाला दिया था.