Home विदेश रूस ने यूक्रेन के पूर्वी और मध्य शहरों में हमले किए, 14...

रूस ने यूक्रेन के पूर्वी और मध्य शहरों में हमले किए, 14 लोग घायल

2

कीव
 रूस ने बीती रात यूक्रेन के पूर्वी और मध्य शहरों पर हमले किए, जिसमें कम से कम 14 लोग घायल हो गए। कीव के मेयर विताली क्लित्सको ने कहा कि शहर में रूस के हमलों में सात लोग घायल हुए हैं और कुछ रिहायशी व वाणिज्यिक इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं।

खारकीव के गवर्नर ओलेह सिनिहुबोव ने कहा कि स्लोबिड्स्की जिले में कम से कम छह हमले हुए, जिसमें बुनियादी ढांचे को नुकसान हुआ है। शहर के मेयर ने कहा कि दो लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चर्कासी के गवर्नर इहोर ताबुरेट्स ने कहा कि प्रांत में पांच लोग घायल हो गए और एक इमारत क्षतिग्रस्त हो गई।

बाइडन प्रशासन ने देश में आए लाखों वेनेजुएला वासियों की रक्षा का आश्वासन दिया

वाशिंगटन
दक्षिणी अमेरिकी देश वेनेजुएला से आए लाखों की तादाद में वेनेजुएला वासियों सहित अन्य लोगों के मेक्सिको के रास्ते अमेरिकी सीमा में प्रवेश की कोशिशों के बीच बाइडन प्रशासन ने कहा है कि वह देश में मौजूद हजारों वेनेजुएला वासियों को अस्थायी कानूनी दर्जा दे रहा है।

गृह सुरक्षा मंत्रालय ने 31 जुलाई, 2023 तक अमेरिका आए करीब 4,72,000 वेनेजुएला वासियों को अस्थायी संरक्षित दर्जा देने और देश में काम करने का अधिकार देने की योजना बनाई है। डेमोक्रेटिक पार्टी के मेयर और गवर्नर लंबे समय से ये मांग कर रहे थे और अपने संरक्षण में आए ऐसे लोगों को शरण देने के लिए संघर्ष कर रहे थे।

यह संरक्षण उन 2,42,700 वेनेजुएला वासियों के अतिरिक्त होगा जो घोषणा से पहले ही अस्थायी दर्जा पाने की योग्यता रखते हैं। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि गृह सुरक्षा मंत्री अलेजांद्रो मेयरकास ने इस विस्तार की मंजूरी दी और पहले से अस्थायी दर्जा प्राप्त लोगों के प्रवास के लिए 18 महीने का विस्तार दिया। वेनेजुएला वर्तमान में सुरक्षा, बिगड़ती मानवीय स्थिति, राजनीतिक और पर्यावरणीय संकटों से गुजर रहा है।

ईरान की संसद ने हिजाब के संबंध में पारित किया सख्त कानून

दुबई
ईरान की संसद ने एक विधेयक पारित किया है जिसमें सार्वजनिक स्थानों पर हिजाब पहनने से इनकार करने वाली महिलाओं तथा उनका साथ देने वालों पर भारी जुर्माने का प्रावधान है। ईरान ने यह कदम 22 वर्षीय महसा अमीनी की मौत के एक वर्ष पूरा होने के कुछ वक्त बाद उठाया है।

महसा अमीनी को इस्लामिक परिधान परंपरा का पालन नहीं करने के आरोप में ‘मोरैलिटी पुलिस’ ने हिरासत में लिया था। बाद में अमीनी की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। घटना के विरोध में देश में कई महीनों तक प्रदर्शन हुए थे और सत्ता विरोधी स्वर भी तेज हुए थे।

हिजाब को लेकर पारित इस विधेयक में हिजाब नहीं लगाने पर महिलाओं पर भारी जुर्माने के अलावा उन कारोबारियों को भी दंड देने का प्रावधान है जो हिजाब नहीं पहनीं महिलाओं को सामान बेचते हैं या अन्य प्रकार की सेवाएं देते हैं। इस विधेयक के खिलाफ लामबंद होने पर अधिकार कार्यकर्ताओं को भी दंडित किए जाने की प्रावधान है। दोषियों को इन अपराधों के लिए दस वर्ष तक के कारावास का प्रावधान है।

ईरान की 290 सदस्यीय संसद में 152 सांसद इसके पक्ष में थे। इस विधेयक को अब अंतिम मंजूरी के लिए ‘गार्डियन काउंसिल’ के पास भेजा जाएगा। यह मौलवियों की एक इकाई है जो संवैधानिक निगरानीकर्ता के तौर पर काम करती है।

अमीनी की मौत के बाद 16 सितंबर 2022 से देशभर में प्रदर्शन शुरू हो गए थे। प्रदर्शनकारियों पर सरकार ने कड़ी कार्रवाई की जिससे इस वर्ष की शुरुआत में जाकर प्रदर्शनों पर काबू पाया जा सका। सरकार की कार्रवाई में 500 से अधिक प्रदर्शनकारी मारे गए और 22,000 से अधिक को हिरासत में लिया गया।