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कनाडा जितनी ही करते हैं भारत की परवाह, विवाद के बीच अमेरिकी दूत ने पढ़े तारीफ में कसीदे

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 नई दिल्ली

खालिस्तानी आतंकवादी हरप्रीत सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत के साथ विवाद में उलझे कनाडा को उसके सहयोगियों से ज्यादा समर्थन मिलता नहीं दिख रहा है। कनाडा के पड़ोसी देश अमेरिकी ने एक बार फिर से भारत की जमकर तारीफ की है। भारत में अमेरिकी राजदूत, एरिक गार्सेटी ने बुधवार को यहां राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कहा कि भारत ने अब तक की सबसे अच्छी जी20 की मेजबानी की है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत और अमेरिका अपने अब तक के सबसे महत्वपूर्ण जुड़ाव को देख रहे हैं। नई दिल्ली स्थित अनंत केंद्र में बोलते हुए, अमेरिकी राजदूत ने कहा, "मेरा मानना ​​है कि यह अब तक का सबसे अच्छा जी20 था। अपने देश को दिखाने की व्यापकता और गहराई इसमें थी। इसका श्रेय पूरा भारत देश ले सकता है।"

इसी कार्यक्रम में, भारत-कनाडा राजनयिक गतिरोध का मुद्दा भी उठा। इस पर एरिक गार्सेटी ने कहा है कि अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए और निर्णय लेने से पहले जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा, "हम कनाडा की उतनी ही परवाह करते हैं जितनी हम भारत की करते हैं। और मुझे लगता है कि इस तरह के क्षण हमारे रिश्ते को परिभाषित नहीं करते हैं। लेकिन वे निश्चित रूप से प्रगति को धीमा कर सकते हैं।" उन्होंने कहा, "एक आपराधिक जांच के साथ, मुझे उम्मीद है कि हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए।"

न्यूज  के मुताबिक, गार्सेटी ने कहा, "हमें उम्मीद है कि पारंपरिक मित्र और साझेदार इसकी तह तक जाने में सहयोग करेंगे। कनाडा हमारा एक प्रिय मित्र, साझेदार और सहयोगी है और हमारा पड़ोसी भी है। हम कनाडा की उतनी ही परवाह करते हैं जितनी हम भारत की करते हैं।" उन्होंने आगे कहा, "मैं सिर्फ दो बातें कहूंगा। एक, जो जिम्मेदार हैं उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। और मुझे उम्मीद है कि पारंपरिक मित्र और साझेदार तहत तक जाकर सहयोग कर सकते हैं। और मैं इसे वहीं छोड़ रहा हूं।"

गार्सेटी ने भारत में बतौर अमेरिकी राजदूत के रूप में कार्य करने के दौरान अपने अनुभव के बारे में भी बात की और कहा कि यह उनके जीवन के सबसे फायदेमंद, रोमांचक और संतुष्टिदायक पांच महीने रहे। गार्सेटी ने कहा, “मुझे लगता है कि यह केवल एक व्यक्ति के रूप में हमारे बारे में नहीं है। सामूहिक रूप से, हम अपने पूरे जीवन में अमेरिकी-भारतीय जुड़ाव के सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक को देख रहे हैं। जिस तरह से हम विश्व स्तर पर सहयोग कर रहे हैं, जिस तरह से हम द्विपक्षीय रूप से जुड़ रहे हैं।”