बरेली
पुलिस के आपातकालीन नंबर पर अयोध्या राम मंदिर को बम से उड़ाए जाने की सूचना मिलने के बाद 12 साल के किशोर को पूछताछ के लिए बुलाया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस की पूछताछ में पता चला कि किशोर ने यूट्यूब पर एक वीडियो देखा था, जिसमें अयोध्या राम मंदिर को बम उड़ाए जाने की जानकारी थी, जिसके बाद उसने पुलिस को इस बारे में सूचित किया। पुलिस ने पूछताछ के बाद किशोर को छोड़ दिया।
बरेली के पुलिस अधीक्षक (एसपी) ग्रामीण मुकेश चन्द्र मिश्रा ने बताया कि मंगलवार को पुलिस के आपातकालीन नंबर पर अयोध्या के राम मंदिर को बम से उड़ाने संबंधी एक फोन आया।
उन्होंने बताया कि फोन बरेली से आया था, जिसके बाद अयोध्या में विशेष अलर्ट के साथ बरेली में फोन करने वाले की तलाश शुरू हुई। फोन नंबर के आधार पर पता थाना फतेहगंज पूर्वी के अटरिया गांव का निकला। संबंधित पते पर जब पुलिस पहुंची तो फोन करने वाले की पहचान आठवीं कक्षा छात्र एक किशोर के रूप में हुई।
मिश्रा ने बुधवार को कहा कि किशोर ने पूछताछ में बताया कि उसने यूट्यूब पर एक वीडियो देखा था जिसमें राम मंदिर को 21 सितंबर को बम से उड़ाने की बात कही गई थी। इसके बाद उसने आपातकालीन नंबर पर फोन कर घटना की सूचना दी।
मिश्रा ने बताया कि छात्र की उम्र 12 साल है यूट्यूब पर उसने एक न्यूज कंटेंट देखा था जिसमें 21 सितंबर को राम मंदिर को बम से उड़ाने की खबर साझा की गई थी जिसके बाद छात्र ने यह सूचना पुलिस को दी। मामले में जांच जारी है। पुलिस ने पूछताछ के बाद किशोर को छोड़ दिया है।