नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को कहा कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद, विस्तारवाद के खिलाफ नीति को स्पष्ट रूप से सामने रखा है। उन्होंने साथ ही कहा कि भारत संवाद के माध्यम से वैश्विक चुनौतियों के समाधान का पक्षधर है। लोकसभा अध्यक्ष ने यह बात अंतर-संसदीय संघ (आईपीयू) के अध्यक्ष दुआरते पचेको के स्वागत समारोह के दौरान कही। बिरला ने दोहराया, हर देश की अपनी संप्रभुता है। इसे मद्देनजर रखते हुए आवश्यक है कि किसी देश के अंदरूनी विषयों या उसकी संसद में बने कानूनों पर अन्य देशों की संसद में चर्चा नहीं होनी चाहिए। समझा जाता है कि उनका संकेत ब्रिटेन की संसद में हाल में किसानों के मुद्दे पर हुई चर्चा की ओर था। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत ने हमेशा वैश्विक शांति एवं स्थिरता के लिये काम किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद, विस्तारवाद के खिलाफ नीति को स्पष्ट रूप से सामने रखा है। उन्होंने कहा, भारत संवाद के माध्यम से वैश्विक चुनौतियों के समाधान का पक्षधर है। बिरला ने कहा कि भारतीय संसद लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत कर रही है तथा विश्व में लोकतंत्र को सशक्त बनाने की दिशा में लगातार प्रयत्नशील है। इस अवसर पर पुर्तगाली संसद के सदस्य पचेको ने भारत को आईपीयू का खास मित्र बताया और कहा कि उसने संसदीय कूटनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।
वैश्विक व्यवस्था में भारत को उचित स्थान मिलने पर जोर देते हुए पचेको ने कहा, पुर्तगाल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की दावेदारी का समर्थन करता है। प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए पचेको ने कहा कि भारत ने आर्थिक और सामाजिक विकास में काफी उपलब्धियां हासिल की हैं और उनके नेतृत्व में भारत में गरीबी घटी है।