भोपाल। मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले मध्यप्रदेश सरकार ने किसान कल्याण निधि योजना लांच कर दी। सीएम शिवराज ने भोपाल में शुक्रवार को मिंटो हॉल में पहले ही दिन प्रदेश के 5 लाख 77 हजार किसानों के खातों में 2 हजार रुपए की पहली किस्त ट्रांसफर कर दी गई।
उपचुनाव से पहले शिवराज सरकार किसानों को लुभाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती है। इसके लिए सरकार ने बड़ा दांव चला है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के मिंटो हॉल में किसान कल्याण निधि योजना लांच कर दी। इस योजना के माध्यम से हर साल किसानों के खाते में 10 हजार रुपए तक डाले जाएंगे। इसमें 6 हजार रुपए केंद्र सरकार की तरफ होंगे और 4 हजार रुपये मध्य प्रदेश सरकार किसानों के खाते में डालेगी।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि किसान कल्याण योजना के अंतर्गत किसानों के खाते में दो-दो हजार रुपये की दो किश्तें पीएम सम्मान निधि में जोड़कर दी जाएंगी। इस तरह प्रदेश के 77 लाख किसानों को प्रति वर्ष 10-10 हजार रुपये प्राप्त होंगे।
77 लाख किसानों के खाते में भेजी जाएगी राशि
सरकार का कहना है हर किसान को इसका लाभ मिलेगा। किसी भी किसान को नहीं छोड़ा जाएगा। सीएम शिवराज सिंह ने दावा किया कि सारी सीटें हम जीत रहे हैं। लोगों ने वो 15 महीने भी देखे हैं और हमारे 5 महीने भी देखे हैं। जनता विकास और जनकल्याण देखती है। शिवराज ने कहा कमलनाथ बताएं कि कन्या विवाह की 51 हजार की राशि दी या नहीं दी। दो लाख तक किसानों का कर्जा माफ किया या नहीं। उन्होंने किसान कर्जमाफी पर कमलनाथ को कहीं भी खुली बहस की चुनौती दी।
‘किसानों का ये कैसा सम्मान, कोरोना संकट में हर रोज महज 10 रुपए’
कमलनाथ ने किसान कल्याण निधि योजना लांच करने के लिए शिवराज सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि ये कैसा किसानों का सम्मान, ये कैसी कल्याण योजना ? कोरोना महामारी के इस संकट काल में किसानों को मात्र 10 रुपये प्रतिदिन के करीब देकर ये उसे किसानों का कल्याण बता रहे हैं, किसानों का सम्मान बता रहे हैं? एक तरफ किसानों-खेत-खलिहान के विरोध में तीन-तीन बिल लाते हैं।
वही दूसरी तरफ खुद को किस मुंह से किसान हितैषी बताते हैं? यदि शिवराज सरकार को किसानों के सम्मान की, कल्याण की चिंता है तो कांग्रेस सरकार की कर्जमाफी योजना को चालू रखे, किसानों को कर्ज मुक्त बनाएं, जिससे किसान सम्मानपूर्वक अपना जीवन जी सके।