नई दिल्ली। कोरोना के दौर में संसद का मानसून सत्र 14 सितंबर से शुरू हो रहा है, इसका असर सत्र पर भी पड़ेगा। कुछ सांसद अपनी उम्र और स्वास्थ्य की वजह से सत्र में शामिल नहीं होंगे। इनमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक, वे राहुल के साथ इलाज के लिए विदेश रवाना हो गई हैं। वे दो हफ्ते बाद भारत लौटेंगी।
उधर, तृणमूल कांग्रेस के 7 और भाजपा के एक सांसद भी सत्र में मौजूद नहीं रहेंगे। इनमें से कुछ सांसद अभी कोरोना बीमारी से उबरे हैं। ऐसे में वे संसद सत्र में शामिल होने में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं।
भाजपा के एक सांसद कोरोना पॉजिटिव, एक स्वस्थ हुए
केंद्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगदी सत्र में शामिल नहीं हो पाएंगे। उनकी कोरोना रिपोर्ट शुक्रवार को पॉजिटिव आई थी। वहीं, केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाइक शनिवार को अस्पताल से छुट्टी मिली। कोरोना की वजह से करीब एक महीने तक वह अस्पताल में भर्ती रहे थे। ऐसे में 67 साल के नाइक का भी सत्र में शामिल होने की संभावना कम है।
तृणमूल के लोकसभा में 3 और राज्यसभा में 4 सांसद मानसून सत्र में शामिल नहीं होंगे
राज्यसभा के चीफ व्हिप शुखेंदु शेखर रॉय समेत 7 तृणमूल सांसदों ने सेशन में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। रॉय ने न्यूज एजेंसी को बताया, मैंने
सभापति वैंकेया नायडू को पत्र लिखकर जानकारी दी। उन्होंने बताय कि मेरी उम्र और अनलॉक के दौरान होम सेक्रेटरी का आदेश, जिसमें 65 साल से अधिक उम्र के लोगों को घर में ही रहने की सलाह दी गई है। संसद का सदस्य होने के नाते हम नियम नहीं तोड़ सकते।
उन्होंने कहा कि तृणमूल के लोकसभा में 3 और राज्यसभा में 4 सांसद मानसून सत्र में शामिल नहीं होंगे। रॉय ने दावा किया कि कोलकाता नॉर्थ से सांसद सुदीप बंदोपाध्याय (67), कांती सांसद शिशिर अधिकारी (78) और मथुरापुर सांसद चौधरी मोहन जटुआ (82) संसद से गैर-मौजूद रहेंगे। वहीं, राज्यसभा में रॉय समेत सुब्रत बख्शी, मानस भुइया, शुभाशीष चक्रवर्ती सत्र में शामिल नहीं होंगे।
मनमोहन सिंह और एके एंटनी शामिल हो सकते हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (87) और एके एंटनी (79) अपनी उम्र के बावजूद भी सत्र में हिस्सा ले सकते हैं। हालांकि, अभी तक इनकी तरफ से या पार्टी की ओर से कोई बयान जारी नहीं किया गया है। भाजपा के एक राज्यसभा सांसद, जो कैंसर का इलाज करा रहे हैं, को भी डॉक्टर्स ने घर में ही रहने की सलाह दी है। हालांकि, इनके नाम का खुलासा नहीं किया गया है।
तालकटोरा जैसे बड़े स्थान पर करनी चाहिए थी व्यवस्था
शुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि सत्र में सांसदों की गैर-मौजूदगी से बचा सकता था, अगर सरकार मानसून सत्र को तालकटोरा जैसे बड़े स्थान पर शिफ्ट कर देती। उन्होंने कहा कि सरकार ‘दो गज की दूरी’ की बात तो करती है, लेकिन मानसून सत्र को पार्लियामेंट बिल्डिंग में आयोजित कराती है। उन्होंने सरकार को चेताया कि इससे न सिर्फ सांसदों, बल्कि सेक्रेटेरिएट स्टाफ, सिक्योरिटी आॅफिसर और सांसदों के ड्राइवर समेत कई लोगों को भी खतरा हो सकता है।
पहले दिन राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन के लिए होगी वोटिंग
सत्र के पहले दिन राज्यसभा में उपसभापति पद के लिए चुनाव होगा। विपक्ष की ओर से राजद नेता मनोज झा और एनडीए की ओर से जदयू नेता हरिवंश नारायण सिंह के बीच कांटे की टक्कर होने की उम्मीद है। भाजपा ने इसके लिए पहले ही व्हिप जारी कर दिया है।