मध्यप्रदेश । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को एक दिन के प्रवास पर इंदौर पहुंचे। सीएम ने यहां स्पेशिएलिटी अस्पताल की सौगात इंदौरियों को दी। इसके साथ ही देवगुराड़िया ट्रेंचिंग ग्राउंड में 550 टन क्षमता के बॉयोमिथेनाइजेशन प्लांट का शिलान्यास भी किया। सीएम ने यहां 155 करोड़ के विकास कार्यों का शुभारंभ और शिलान्यास किया। इस दौरान कई मुद्दे पर सीएम सख्त नजर आए। बिजली बिल को लेकर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि पुराने बढ़े हुए बिल की वसूली स्थगित कर दी गई है। साथ ही निजी अस्पतालों द्वारा ज्यादा बिल वसूली पर भी वे भड़के। उन्होंने कहा कि किसी को भी मरीजों को लूटने की अनुमति नहीं दी जा जाएगी। कलेक्टर- कमिश्नर बैठकर रेट तय करें। मुख्यमंत्री ने इस दौरान 7 मुद्दों पर अपनी बात रखी।
बिजली बिल को लेकर कहा
सीएम ने रेसीडेंसी कोठी में मीडिया से बात करते हुए बिजली बिल को लेकर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार से जनता पर मनमाना भार नहीं लादने दिया जाएगा। हमने तय किया है कि बढ़े हुए पुराने बिल की वसूली नहीं होगी। अभी हमने इसे स्थगित कर दिया है। बढ़े हुए पुराने बिलों की जांच पड़ताल के बाद बाद में इस पर फैसला लिया जाएगा। अगले महीने केवल एक महीने का ही बिजली बिल आएगा।
स्पेशिएलिटी अस्पताल अस्पताल को लेकर कहा
आज स्पेशिएलिटी अस्पताल का शुभारंभ हुआ है। कोरोना के इस दौरान में हमें और अधिक बिस्तरों आवश्यकता थी। वैसे तो वहां 14 विभाग के कर्मचारी काम करेंगे, लेकिन हमारी प्राथमिकता कोविड-19 के मरीजों का इलाज है। इस अस्पताल से इंदौर और आसपास के मरीजों का काफी फायदा होगा। सुमित्रा महाजन जब लोस स्पीकर थीं, तब 2018 में इसका शिलान्यास हुआ था। आज स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाने की बहुत ज्यादा जरूरत थी, जो इस अस्पताल के शुरू होने से पूरी होगी।
प्राइवेट अस्पतालों को लेकर कहा
सीएम ने निजी अस्पतालों द्वारा कोरोना टेस्ट के लिए लिए जा रहे साढ़े 4 हजार से ज्यादा रुपए के सवाल पर कहा कि बीमारी की तीव्रता को देखकर पहले ही हमने निजी अस्पतालों से टाइअप कर लिया था। सरकारी खर्चे पर निजी अस्पतालों में मरीजों का निशुल्क इलाज करवाया जा रहा है। इंदौर में बाद में कुछ अस्पतालों को अनुमति दी कि यदि कोई समर्थ व्यक्ति निजी अस्पताल में जाकर कोरोना का इलाज करवाना चाहे तो करवा सकता है। आज ज्यादा बिल को लेकर कुछ शिकायतें मिली हैं, इस पर मैंने कलेक्टर कमिश्नर को अस्पताल प्रबंधन के साथ बैठकर रेट तय करने को कहा है। यदि कोई मनमानी रेट वसूलेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई करें।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को लेकर कहा
किसानों की फसल बर्बदी के आंकलन को लेकर कमलनाथ द्वारा कमेटी गठित कर देवास जाने को लेकर कहा कि जब मुख्यमंत्री थे तब तो कहीं गए नहीं। फसल खराब होती थी तो हम कहते थे कमलनाथ जी चले जाओ तो कहते थे मैं नहीं जाता, घर पर बैठकर ही करूंगा। कर्जमाफी के झूठे आंकड़े पेश कर रहे हैं। पेन ड्राइव तो दे दिया, लेकिन बैंकों को पैसे तो दिए नहीं। वे पैसे मामा से मांग रहे हैं। कहा था 2 लाख तक का कर्ज 10 दिन में माफ। अब तक कुल 6 हजार करोड़ रुपए कर्जमाफी के लिए कांग्रेस सरकार ने दिया है, उसमें से कुछ कागजों पर ही दिए गए हैं। उन्होंने छल और धोखा किया। हमने अभी 31 सौ करोड़ रुपए फसल बीमा योजना के तहत जीरो फीसदी ब्याज पर दे रहे हैं। 6 सितंबर को 4 हजार 500 करोड़ रुपए किसान के खाते में डाले जाएंगे। दो महीने में 6 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा दे देंगे।
नीट एक्जाम को लेकर कहा
नीट एक्जाम को लेकर कहा कि यह बच्चों के भविष्य का सवाल है। नीट और जेईई की परीक्षा समय पर होनी चाहिए, जिससे बच्चों का साल बर्बाद ना हो।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने को लेकर कहा
भाजपा नेताओं द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने को लेकर कहा कि कानून सभी के लिए है, उल्लंघन करने पर कार्रवाई की जाएगी।
अवैध कॉलोनियों को लेकर कहा
अवैध कॉलोनियों को वैद्य करने के सवाल पर कहा कि बीच में दूसरी सरकार ने व्यवस्था बदल दी थी, अब फिर से प्रक्रिया शुरू की जा रही है।