बीजापुर। नक्सल प्रभावित जिले बीजापुर में फर्ज के आगे एक डॉक्टर कुर्बान हो गया। डॉक्टर का शव उनके आवास पर बंद कमरे में मिला। उनकी कोविड रिपॉर्ट पॉजिटिव आई है। 32 साल के डॉक्टर बीजापुर में साल 2016 से तैनात थे और दो महीने से कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे थे।
दो महीने पहले हुई थी शादी
इसी साल जून में डॉक्टर की शादी हुई थी। विवाह के फौरन बाद उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए ड्यूटी ज्वाइन कर ली थी। बीजापुर में बतौर मेडिकल आॅफिसर काम कर रहे थे। मूलत: खरसिया के रहने वाले डॉक्टर के परिजन बीजापुर आ चुके हैं। प्रशासन कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शव को खरसिया ले जाने या बीजापुर में ही अंतिम संस्कार करने पर विचार कर रहा है।
14 दिन के होम क्वारैंटाइन पर थे
डॉक्टर मेडिकल में पोस्ट ग्रैजुएशन की तैयारी कर रहे थे। पढ़ाई के साथ काम कर रहे थे। पिछली ड्यूटी के बाद 14 दिन के होम क्वारैंटाइन पर थे। एक दो दिन बाद वे फिर से अस्पताल जाने वाले थे। सोमवार की रात उन्हें कमरे में खाना दिया गया, मंगलवार को वह बाहर नहीं आए। किसी से कुछ कहा नहीं, तो विभाग के लोगों ने फोन किया। कमरे का दरवाजा खटखटाया गया। अंदर जांच करने पर डॉक्टर मृत मिले।