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मुख्यमंत्री गहलोत ने लिखा- भगवान राम हमारी संस्कृति और सभ्यता में एक अनोखा स्थान रखते हैं

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जयपुर। अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन के साथ ही राजस्थान में कांग्रेस और भाजपा दोनों की प्रतिक्रिया सामने आई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक ट्वीट करते हुए लिखा कि भगवान राम का मंदिर हमारे देश में एकता और भाईचारे का प्रतीक बन सकता है। वहीं, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने लिखा कि मैं सौभाग्यशाली हूं, मुझे दोनों बार कारसेवा में जाने का अवसर मिला।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लिखा कि भगवान राम हमारी संस्कृति और सभ्यता में एक अनोखा स्थान रखते हैं। उनका जीवन हमें सच्चाई, न्याय, सभी की समानता, करुणा और भाईचारा सिखाता है। हमें भगवान राम द्वारा दिए गए मूल्यों पर आधारित एक समतावादी समाज की स्थापना पर ध्यान देने की आवश्यकता है। भगवान राम का मंदिर हमारे देश में एकता और भाईचारे का प्रतीक बन सकता है।

परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास के निवास पर रामायण पाठ रखा गया। उन्होंने ट्विट कर कहा कि अयोध्या में भगवान राम के मंदिर निर्माण में अपने 2 माह का वेतन और एक चांदी की ईंट भेंट करूंगा। साथ ही विधानसभा सत्र के बाद अयोध्या जाकर भगवान राम के दर्शन करूंगा ।

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने आमेर में आराधना की

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने लिखा कि ऐतिहासिक दिन 5 अगस्त 2020 500 वर्षों के संघर्ष के बाद भारत की अस्मिता और स्वाभिमान के प्रतीक आराध्य भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण का दिव्य शुभारंभ आज हो रहा है। मैं सौभाग्यशाली हूं, मुझे दोनों बार कारसेवा में जाने का अवसर मिला। अयोध्या में शिलान्यास के शुभ दिन पर अपनी कर्मभूमि आमेर के लबाना गांव से भारत की अस्मिता और आस्था के केंद्र प्रभु श्री राम के पूजन की विधिवत शुरूआत की।

नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने लिखा कि हम सभी के लिए अयोध्या मंदिर निर्माण नींव पूजन का यह दिन स्वर्णिम है। यह जग में उल्लास, उमंग और दीपोत्सव का दिन है। युगों—युगों तक इसे याद रखा जाएगा। गर्व की बात है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में आज यह सपना साकार रूप ले सका है। कोरोना वायरस के कारण हां कुछ दिक्कतें और परेशानियां भी पैदा हुई हैं। मन में सभी की इच्छा और संकल्प था कि वह भी इस अद्भुत क्षणों के साक्षी बनें पर सुरक्षा कारणों से यह संभव नहीं है, तो क्या हुआ ? हम सभी देशवासी मन से ही उपस्थित होकर इस गौरवांवित करने वाले दिन के साक्षी बनेंगे।