नासिक। अंडरवर्ल्ड डॉन टाइगर मेमन के भाई यूसुफ मेमन (57) की नासिक सेंट्रल जेल में शुक्रवार को मौत हो गई है। यूसुफ 1993 मुंबई बम ब्लास्ट केस में उम्रकैद की सजा काट रहा था। जेल प्रशासन हार्ट अटैक को मौत की वजह मान रहा है, लेकिन यह पोस्टमार्टम के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
नासिक के पुलिस आयुक्त विश्वास नांग्रे पाटिल ने बताया कि मेमन ने शुक्रवार सुबह सीने में दर्द और सांस लेने में दिक्कत की शिकायत की थी, उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां करीब पौने ग्यारह बजे उसकी मौत हो गई।
मुंबई में 1993 में हुए धमाके के दौरान की फाइल फोटो। इन धमाकों में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी जबकि 1400 से ज्यादा लोग जख्मी हुए थे।
टाइगर मेमन के भाई यूसुफ मेमन और ईसा मेमन ने 1993 सीरियल ब्लास्ट की साजिश रचने के लिए अपने फ्लैट दिए थे। ईसा अभी ब्रेन ट्यूमर से जूझ रहा है और मेडिकल हिस्ट्री के आधार पर उसे 13 साल की सजा के बाद 2008 में जेल से जमानत पर रिहा किया गया था।
मेनन के भाई याकूब को दी गई थी फांसी की सजा
टाइगर मेमन के भाई याकूब मेमन को ब्लास्ट मामले में नागपुर सेंट्रल जेल में फांसी दी गई थी। वह मेनन परिवार में सबसे ज्यादा पढ़ा था। वहीं, कुछ साल पहले एक भाई सुलेमान मेमन को सबूतों के अभाव में जमानत मिली थी। याकूब के भाई ईसा और यूसुफ नासिक जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे थे। टाइगर और अयूब मेमन अभी भी फरार हैं। याकूब की भाभी रुबीना (सुलेमान की पत्नी) पुणे जेल में बंद हैं। वहीं, पत्नी रुबीना को भी जमानत मिल चुकी है।
पिता रज्जाक क्रिकेट खेला करते थे
टाइगर मेमन के पिता अब्दुल रज्जाक मुंबई के एक क्लब से क्रिकेट खेला करते थे। मेनन के पिता और मां हनीफा बम धमाके के आरोपी रहे हैं और बाद में जमानत पर छूटे। 2001 में 73 साल की उम्र में रज्जाक की मौत हो गई। उन्हें टाइगर कहा जाता था। यह नाम नवाब पटौदी (टाइगर पटौदी) के नाम से लिया गया था।