नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट के बीच देश की राजधानी दिल्ली में स्कूलों को खोले जाने की कवायद तेज हो गई है, इस सिलसिले में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को उच्च स्तरीय बैठक की। मीटिंग में दिल्ली में कोरोना के हालातों के मद्देनजर 31 जुलाई तक स्कूलों को बंद रखने की सहमति बनी। बैठक में दिल्ली के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों और अभिभावकों से मिले सुझावों पर भी विचार किया गया। प्राथमिक कक्षाओं को लेकर सुझाव आया कि 12 से 15 स्टूडेंट की सप्ताह में एक या दो क्लास लगाई जाए।
जबकि 3-5 क्लास तक को वैकल्पिक दिन में पढ़ाने का सुझाव दिया गया. इसी तरह कक्षा 6 से 8 के लिए कम छात्रों के साथ सप्ताह में एक या दो दिन क्लास करने का सुझाव आया। इसके अलावा छात्रों को आनलाइन क्लासेस, सैनिटाइजेशन करने, मास्क का वितरण, थर्मल स्क्रीनिंग के साथ सेलेब्स कम करने के भी शिक्षकों और अभिभावकों की ओर से सुझाव दिये गए।
कक्षा 9-10वीं को लेकर आया ये सुझाव
9वीं और 10 वीं कक्षा को कम छात्रों के साथ सप्ताह 1 या 2 दिन लगाने का सुझाव आया। 11वीं और 12वीं की क्लास वैकल्पिक दिनों में कराने और बाकि दिनों में आॅनलाइन शिक्षा का सुझाव दिया गया।
बैठक में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमें सभी सुझावों को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को दोबारा खोलने की तैयारी करनी चाहिए. जिससे छात्रों को कोरोना के साथ जीना भी सिखाया जा सके।