कोटा से वापसी के बाद छात्रों को 14 दिन के क्वारेंटाईन में रखा जाएगा, उन्हें सीधे घर जाने की नही होगी अनुमति
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशन पर कल शाम राजधानी रायपुर से राजस्थान के कोटा में लॉकडाउन के दौरान फंसे छात्र-छात्राओं को लाने कुल 97 बसों को रवाना किया गया है। इसमें 95 बस छात्रों को लाने के लिए तथा 2 बसों में डॉक्टर और चिकित्सा दल के सदस्य गए हैं।
मुख्यमंत्री बघेल के निर्देशन पर छात्र-छात्राओं के लिए भोजन सहित आवश्यक व्यवस्थाओं का भी ध्यान रखा गया है। बसों के साथ डॉक्टरों और अधिकारियों का दल भी भेजा गया है, ताकि छात्रों को रास्ते में किसी तरह की परेशानी न हो। अधिकारियों ने बताया कि कोटा से वापस आने पर इन बच्चों को 14 दिन के क्वारेंटाईन पर रखा जाएगा। उन्हें सीधे घर जाने की अनुमति नही होगी।
राजस्थान के कोटा में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं या उनके अभिभावक 26 अप्रैल को परिवहन विभाग के मोबाइल नम्बर 89590-88986 पर सम्पर्क कर छत्तीसगढ़ वापस लौटने के बारे में अपने बोर्डिंग लोकेषन की जानकारी दे सकते हैं। बोर्डिंग लोकेषन के लिए लिए जानकारी देने के लिए निर्धारित समय इस प्रकार है।
बस्तर संभाग (कांकेर, नारायणपुर, कोण्डागांव, दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा और बस्तर) के लिए रिपोटिंग टाइम शाम 4 बजे, सरगुजा संभाग (कोरिया, बलरामपुर, सूरजपुर, जशपुर और सरगुजा) के लिए साढ़े 4 बजे ,रायपुर संभाग (महासमुंद, बलौदाबाजार, गरियाबंद, धमतरी और रायपुर) के लिए साढ़े 5 बजे, दुर्ग संभाग (कवर्धा, कबीरधाम, बेमेतरा, बालोद, राजनांदगांव और दुर्ग) के लिए साढे छ: बजे और बिलासपुर संभाग (मुंगेली, कोरबा, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही और बिलासपुर) के लिए सात बजे निर्धारित की गई है।
कोटा में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को वापस छत्तीसगढ़ लाने के लिए बस्तर संभाग के लिए 06, सरगुजा संभाग के लिए 24, रायपुर संभाग के लिए 16, दुर्ग संभाग के लिए 14, बिलासपुर संभाग के लिए 28 बसों की व्यवस्था की गई है। इस संबंध में सभी कलेक्टरों को जिला षिक्षा अधिकारियों के माध्यम से कोटा में रहने वाले छात्र-छात्राओं तथा उनके पालकों तक बच्चों को वापस लाने के लिए की गई व्यवस्था की जानकारी से अवगत कराने के निर्देश दिए गए हैं।