Home राज्यों से दिल्ली प्रधानमंत्री मोदी ने रमजान की बधाई दी

प्रधानमंत्री मोदी ने रमजान की बधाई दी

193

नई दिल्ली। आज चांद दिखने के बाद मुस्लिम धर्मगुरुओं ने 25 अप्रैल से देश में रमजान शुरू का ऐलान किया। पाक महीने के 9 दिन लॉकडाउन में रही गुजरेंगे। देशभर में 3 मई तक लॉकडाउन है। इस दौरान धार्मिक जमावड़े की इजाजत नहीं है। मुस्लिम धर्मगुुरुओं ने भी लॉकडाउन के पालन की अपील की है। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को रमजान की मुबारकबाद दी। शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने मुुस्लिम समुदाय से कहा है कि अपने घरों में नमाज पढ़ें।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- रमजान मुबारक। मैं सभी की सुरक्षा और समृद्धता की दुआ करता हूं। मैं आशा करता हूं कि यह पवित्र महीना सभी में सद्भाव और दया के भाव की बढ़ोतरी लाएगा। हम सभी मिलकर कोरोना महामारी के खिलाफ चल रही जंग को जीतकर एक स्वस्थ जहान का निर्माण करें।

इस बीच, दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा- मैं आप सभी से अपील करता हूं कि रमजान के दौरान नमाज के लिए अपने पड़ोसियों को अपने घर न बुलाएं। यह सुनिश्चित करें कि एक कमरे में 3 से ज्यादा लोग न हों। तब भी जब आप परिवार के साथ नमाज पढ़ रहे हों। कोरोनावायरस तभी खत्म होगा, जब हम सभी साथ मिलकर इसका सामना करेंगे।

कुछ जगहों पर 24 अप्रैल से शुरू हो गया रमजान का महीना

हालांकि, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के कुछ तटीय जिलों में गुरुवार को चांद का दीदार हो चुका है। इस वजह से इन जगहों पर 24 अप्रैल से रमजान का महीना शुरू हो गया। वैसे कोरोना संक्रमण की वजह से यह महीना बंदिशों के बीच गुजरेगा। दिल्ली से तमिलनाडु और ओडिशा से गुजरात तक सभी जगहों पर इस दौरान लोगोंं से घरों में रहने की अपील की जा रही है। यही वजह है कि तरावीह और नमाज घरों में होगी। घर ही में 5 वक्त की नमाज पढ़ सकेंगे। परिवार के साथ सहरी और इफ्तार कर सकते हैं। इसे गरीबों में बांट सकते हैं।

दिल्ली: अजान पर पाबंदी नहीं होगी

राजधानी में लॉकडाउन की वजह से रमजान के दौरान अजान पर पाबंदी नहीं होगी। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने इसकी पुष्टि की। हालांकि, मस्जिद में आने पर रोक रहेगी। जामा मस्जिद और फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमामों ने कहा कि लॉकडाउन का सबको पालन करना है। घर में ही इबादत करनी है। यही वजह रही है कि जामा मस्जिद समेत दूसरे मुस्लिम बहुल इलाकों में आज रौनक नहीं दिखी। दिल्ली पुलिस ने सहयोग देने की अपील की। जामा मस्जिद इलाके में रहने वाले शकील अहमद ने कहा कि हमारा परिवार रमजान महीने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेगा और जरूरतमंदों को खाना बांटेगा।