रायपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पुष्टिमार्ग के संस्थापक महाप्रभु वल्लभाचार्य की 18 अप्रैल को जयंती के अवसर पर उन्हें नमन किया है। भूपेश बघेल ने कहा है कि भक्तिकालीन श्रीकृष्ण भक्ति शाखा के अग्रणी महाप्रभु वल्लभाचार्य जी का छत्तीसगढ़ से गहरा नाता उसी दिन हो गया, जब उनका जन्म छत्तीसगढ़ के चंपारण में हुआ। वल्लभाचार्य श्रीनाथ के अनन्य भक्त थे और उन्होंने श्री कृष्ण के स्वरूप और लीलाओं का वर्णन करते हुए कई ग्रंथों और स्तोत्रों की रचना की। प्रभु वल्लभाचार्य जी ने श्रीकृष्ण के प्रेम और स्नेह से परिपूर्ण भक्ति मार्ग दिखाया जिसे पुष्टिभक्ति के रूप में लोगों ने स्वीकार किया और कई अनुयायी बने। उनके शिष्यों में से प्रसिद्धि सूरदास जी ने उनकी विरासत को आगे बढ़ाते हुए कई प्रसिद्ध रचनाएं लिखी और कृष्ण भक्ति रस का अनुपम माधुर्य लोगों तक पहुंचाया। भूपेश बघेल ने कहा है कि वल्लभाचार्य जैसे महापुरूष के जन्म से छत्तीसगढ़ की धरा भी धन्य हुई है।