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मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़

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मुंबई। मुंबई से बड़ी लापरवाही की खबर सामने आ रही है। हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए हैं और जमा हो गए हैं और लॉकडाउन की धज्जियां उड़ गईं हैं। ये लोग बांद्रा में जुटे हुए हैं। दिल्ली के बाद अब मुंबई में भी इस तरह की सार्वजनिक लापरवाही देखने को मिली है। पिछले दिनों दिल्ली के आनंद विहार बस टर्मिनल पर भी ऐसे ही हजारों की तादाद में लोग उमड़ आए थे। आज मुंबई में भारी भीड़ जमा हो गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास सैकड़ों प्रवासी कामगार इकट्ठा हो गए हैं। वे लॉकडाउन के दौरान अपने गृह क्षेत्र में लौटने की मांग कर रहे हैं। एक तरफ जहां आज ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के खिलाफ निपटने के लिए देश में लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया, वहीं मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। ये सभी मजदूर घर जाने के लिए स्टेशन पर पहुंच गए। मजदूरों को उम्मीद थी लॉकडाउन खत्म हो जाएगा, उन्हें हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया।

ट्रेन चलने की उड़ी थी अफवाह

मुंबई में भी दिल्ली की तर्ज पर ही अफवाह उड़ी। यहां आज ट्रेनों के चलने की अफवाह उड़ी और लोग बिना सोचे-समझे सड़कों पर उमड़ आए। दिल्ली में भी आनंद विहार बस टर्मिनल पर श्रमिकों को बसें मिलने की गलत सूचना दी गई थी। अपने मूल राज्यों में लौटने की अनुमति की मांग को लेकर बांद्रा में प्रवासी मजदूरों का एक बड़ा समूह इकट्ठा हुआ। बाद में वे पुलिस और स्थानीय नेताओं के हस्तक्षेप के बाद तितर-बितर हुए और उन्हें खाली करने को कहा।

आदित्य ठाकरे का केंद्र सरकार पर आरोप
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के विधायक बेटे आदित्य ठाकरे ने इसको लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘केंद्र सरकार द्वारा मजदूरों के घर वापस जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। वे खाना या आश्रय नहीं चाह रहे हैं। वे अपने घर वापस जाना चाह रहे हैं।’ आदित्य ठाकरे ने आगे कहा कि ट्रेनों का परिचालन शुरू से ही बंद है। महाराष्ट्र सरकार ने केंद्र सरकार से 24 घंटे के लिए ट्रेन शुरू करने के लिए कही थी, जिससे कि प्रवासी मजदूर अपने-अपने प्रदेश वापस जा सके। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री के साथ बातचीत में भी प्रवासी मजदूरों को उनके घर वापस भेजने के लिए रोडमैप बनाने का मुद्दा उठाया था।

राज्य सरकार करेगी खाने का इंतजाम

महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि महाराष्ट्र की सरकार अब इन श्रमिकों के भोजन की व्यवस्था करेगी। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर किसी ने अफवाह फैला दी थी। इस मामले में 37 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 197 केस दर्ज किए गए हैं।