रायपुर । छत्तीसगढ़ अब खेलों के मामले में पीछे नहीं रहेगा। नई सरकार की पहल से युवाओं को खेलों के लिए नया वातावरण मिलेगा। छत्तीसगढ़ खेल विकास प्राधिकरण का गठन किया गया है यह प्राधिकरण राज्य के अलग – अलग क्षेत्रों में सर्व सुविधा युक्त अत्याधुनिक खेल अकादमियों का संचालन करेगा। इससे राज्य में स्थापित उद्योगों का भी सहयोग लिया जाएगा। प्राधिकरण के गठन का मुख्य उद्देश्य खेल के क्षेत्र में नितिगत निर्णय, खेल से जुड़े विभागों से समन्वय, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के आयोजनों के संबंध में निर्णय के साथ ही भारत सरकार की खेल विकास योजनाओं के अंतर्गत आर्थिक सहायता प्राप्त करना है। इसके अलावा खेल अधोसंरचनाओं का विकास, शिक्षा एवं खेलों में समन्वय स्थापित करते हुए खेलों के लिए आवश्यक संसाधनों का सृजन करना, खेल उत्कृष्ठता केन्द्र एवं खेल विद्यालयों का क्रियान्वयन करना, खेल संस्थाओं एवं खिलाड़ियों को सहयोग प्रदान करना है। युवाओं को खेल गतिविधियों से जोड़ने के लिए नई और आधुनिक खेल आकादमियां प्रांरभ होंगी। इन अकादमियों का संचालन छत्तीसगढ़ खेल विकास प्राधिकरण के माध्यम से होगा। राज्य में स्थापित उद्योगों की कापोर्रेट सोशल रेस्पांसिबिलिटी फंड से खेल अकादमी का संचालन होगा। खेल अकादमियों में हॉकी, तीरंदाजी, एथलेटिक, क्रिकेट, स्विमिंग, आर्चरी, इंडोर गेम्स (मार्शल आर्ट), फुटबॉल, बास्केटबॉल, टेबल टेनिस, कबड्डी और खो-खो की अकादमी शामिल है। नई खेल अकादमी स्थापित करने के लिए स्टेडियमों का चयन मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित प्राधिकरण की कार्यकारिणी समिति द्वारा किया जल्द जाएगा। प्रदेश के महत्वपूर्ण खेल स्टेडियम अब छत्तीसगढ़ खेल विकास प्राधिकरण के आधीन रहेंगे। छत्तीसगढ़ खेल प्राधिकरण में दो सांसदों, पांच विधायकों और दो उत्कृष्ट खिलाड़ियों के मनोनयन के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत किया गया है। राज्य के खिलाड़ियों को विभिन्न खेल गतिविधियों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए प्रदेश में मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना प्रारंभ की जाएगी। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों-गेंडी, भौंरा, फुगड़ी जैसे खेलों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
प्रदेश में युवाओं में नेतृत्व क्षमता, कौशल विकास के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर और नगरीय निकायों में राजीव युवा मितान क्लबों का गठन किया जाएगा। राजीव युवा मितान क्लब के माध्यम से युवाओं में नेतृत्व क्षमता, कौशल विकास की गतिविधियां संचालित की जाएगी। राज्य शासन की विकास योजनाओं और सामाजिक कार्यक्रमों में इस क्लब के युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। क्लब के सदस्यों को खेल एवं सांस्कृतिक गतिविधियों से जोड़ा जाएगा। जिससे युवा शक्ति का उपयोग रचनात्मक कार्यो में हो सके। खेल एवं युवा कल्याण विभाग के द्वारा प्रदेश के 146 विकासखण्डों की 11 हजार 664 ग्राम पंचायतों में राजीव युवा मितन क्लब योजना लागू की जाएगी। इन क्लबों को अपनी गतिविधियों के संचालन के लिए प्रतिमाह 10 हजार रूपए दिए जाएंगे। इसके लिए राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय समिति गठित की जाएगी। जिला स्तर पर प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में समिति गठित होगी तथा अनुभाग स्तर पर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के मार्गदर्शन में ग्राम पंचायत स्तर पर क्लबों का गठन कर योजना का क्रियान्वयन किया जाएगा। क्लब के युवाओं को विभिन्न सामाजिक गतिविधियों जैसे-स्वच्छता, वृक्षारोपण कार्यक्रमों, योजनाओं के प्रचार के लिए जोड़ा जाएगा।