नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल ने रविवार को तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके बाद मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और राजेंद्र पाल गौतम ने मंत्री पद की शपथ ली। कांग्रेस की शीला दीक्षित के बाद केजरीवाल तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले दूसरे नेता हैं। उन्होंने कहा कि मैं सबका मुख्यमंत्री हूं कोई भी काम हो तो सीधे मेरे पास आएं, दिल्ली को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री का आशीर्वाद चाहता हूं। आम आदमी पार्टी ने शपथ समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को छोड़कर किसी अन्य नेता को न्योता नहीं दिया। हालांकि, बनारस दौरे के चलते मोदी इसमें शामिल नहीं हो पाए। केजरीवाल ने अपने भाषण में इसका जिक्र भी किया। आप ने दिल्ली के विकास में योगदान देने वाली 50 लोगों को समारोह में विशेष अतिथि के तौर पर बुलाया।
केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते हुए कहा : ये मेरी नहीं हर दिल्लीवाले की जीत हैं
शपथ लेने के बाद केजरीवाल ने कहा, आज आपके बेटे ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। ये मेरी नहीं आप लोगों की जीत है। हर दिल्लीवाले की जीत है। हर मां-बहन की जीत है। पिछले 5 सालों में हमारी कोशिश रही है कि दिल्ली के हर परिवार की जिंदगी में खुशहाली ला सकें। दिल्ली का तेजी के साथ विकास हो और अगले 5 साल भी यही कोशिश जारी रहेगी। चुनाव में कुछ लोगों ने आप, भाजपा और कांग्रेस को वोट दिया। लेकिन मैंने आज शपथ ली है तो सबका मुख्यमंत्री हूं। मैं भाजपा और कांग्रेस वालों का भी सीएम हूं। 5 साल में कभी किसी के साथ सौतेला व्यवहार नहीं किया। दिल्ली के दो करोड़ परिवारों से कहना चाहता हूं कि चुनाव अब खत्म हुआ। सभी 2 करोड़ लोग मेरे परिवार का हिस्सा हैं। बिना हिचक मेरे पास आ जाना, सबका काम करूंगा। चाहे किसी भी धर्म या जाति के हो। मैं सबके साथ मिलकर काम करना चाहता हूं। चुनाव में विरोधियों ने जो कहा मैंने सबको माफ कर दिया है। जो उठापटक हुई सब भूल जाओ। केंद्र के साथ मिलकर काम करेंगे। प्रधानमंत्री को भी शपथ ग्रहण का न्योता भेजा था। वे शायद व्यस्त हैं, इसलिए आ नहीं पाए। दिल्ली को आने बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री का भी आशीर्वाद चाहता हूं। केजरीवाल ने कहा, देशभर से खबर आ रही है कि कई सरकारों ने दिल्ली के मॉडल पर बिजली मुफ्त कर दी। मोहल्ला क्लीनिक शुरू कर दिए। कौन कहता है कि सरकारी स्कूल ठीक नहीं हो सकते। दिल्ली की तरफ देखो। आज मुझे खुशी है कि मेरे साथ यहां दिल्ली के निर्माता मौजूद हैं। दिल्ली को दिल्ली के टीचर्स, आटोवाले, रिक्शेवाले, बस ड्राइवर कंडक्टर और रेहड़ी वाले चलाते हैं। हमारे साथ विकास कुमार नाम का युवा है, जो आईआईटी में पढ़कर दिल्ली का नाम रोशन करेगा। हमारे साथ निधि गुप्ता हैं, जो मेट्रो चलाती हैं। हमारे साथ हरून कुमार है, जो बस मार्शल हैं। ऐसे लाखों-करोड़ों दिल्ली के निर्माता दिल्ली को चलाते हैं। नेता और पार्टियां तो आती जाती रहती हैं।
कुछ लोग कहते हैं कि केजरीवाल सब कुछ फ्री कर रहा है। श्रवण कुमार की सेवा भी फ्री थी। केजरीवाल दिल्लीवालों को और वे केजरीवाल को प्यार करते हैं। यह प्यार भी फ्री का प्यार है। क्या मैं बच्चों से स्कूल फीस और मरीजों से इलाज के पैसे लेना शुरू कर दूं। लानत है ऐसे मुख्यमंत्री पर। ऐसा वक्त आएगा, जब पूरी दुनिया में भारत का डंका बजेगा। हमारे सपने को पूरा करने के लिए एक प्रार्थना है। हम होंगे कामयाब… एक दिन मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास, हम होंगे कामयाब एक दिन…।
आप को 62, भाजपा को 8 सीटें मिलीं
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 8 फरवरी को वोट डाले गए थे। 11 फरवरी को आए नतीजों में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटें जीतकर सत्ता की हैट्रिक लगाई। वहीं, भाजपा को 8 सीटें मिलीं, पिछले चुनाव के मुकाबले उसे 5 सीटों का फायदा हुआ है। कांग्रेस 2015 की तरह इस बार भी खाता नहीं खोल पाई।