रायपुर। स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने शनिवार को बिलासपुर के कोनी में निर्माणाधीन मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने अच्छी गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए अस्पताल का निर्माण तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री को सी.पी.डब्लू.डी. के इंजीनियरों ने बताया कि अस्पताल का काम अगस्त 2018 से शुरू किया गया है जिसे सितम्बर 2020 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। वर्तमान में प्लिंथ-लेवल और बेसमेंट की छत का काम पूरा हो चुका है। ग्राउंड फ्लोर के छत की स्लैब के लिए शटरिंग का काम प्रगति पर है। सिंहदेव ने अधिकारियों को ड्रेनेज सिस्टम और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। बता दे कि है कि बिलासपुर मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल का निर्माण तीन एकड़ में किया जा रहा हैं। इसमें बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर के अलावा 10 मंजिलें होंगी। कुल 240 बिस्तरों वाले इस मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल की आई.सी.यू. में 60 और सामान्य वार्डों में 180 बिस्तर होंगे। कॉर्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी तथा कॉर्डियोथोरिक सर्जरी के विशेषज्ञ यहां लोगों को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा प्रदान करेंगे। इसी परिसर में ही 40 एकड़ में छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) का नया भवन भी बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पी.एम.एस.एस.वाय.) के अंतर्गत बिलासपुर में मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल 109 करोड़ रूपए की लागत से बनाया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इसके लिए राशि प्राथमिकता से उपलब्ध कराई जाएगी। अस्पताल के कुल लागत का 60 फीसदी खर्च केन्द्र सरकार और 40 फीसदी छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल के बाद जिला अस्पाल और मातृ-शिशु अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां मरीजों के प्रतीक्षालय में अतिरिक्त पंखे लगाने के निर्देश दिए। सिंहदेव ने इस दौरान वहां मौजूद मरीजों से समस्याएं पूछीं। कुछ मरीजों ने बताया कि उन्हें कुछ दवाएं बाहर से लेनी पड़ रही हैं। इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी तथा सिविल सर्जन को जल्द से जल्द छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन के माध्यम से पर्याप्त दवाईयों का इंतजाम करने के निर्देश दिए। उन्होंने मेडिकल अपशिष्टों का निपटारा निर्धारित मानकों और दिशा-निदेर्शों के अनुसार करने कहा। निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री के साथ बिलासपुर के विधायक शैलेष पांडेय, कलेक्टर डॉ. संजय अलंग और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारीरीतेश अग्रवाल भी मौजूद थे।